डॉक्टर सहित 12 स्वास्थ्य कर्मचारियों ने निक्ष्य मित्र बन टीबी के मरीजों को दिया प्रोटीन युक्त पोषण आहार, टीबी मुक्त भारत अभियान है जारी

(हेमन्त बघेल)

कसडोल। देशभर में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान टीबी रोग(Prime Minister TB Free India Campaign TB Disease) के उन्मूलन हेतु जारी है। अभियान के तहत टीबी रोग (TB disease) का उन्मूलन किया जाना है जिसमें टीबी मुक्त पंचायत बनाई जाना है| इसके साथ ही साथ अभियान में जन समुदाय को जोड़ने और उनसे सहयोग लेने हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi)ने लोगों से निक्ष्य मित्र बनने का आव्हान किया है।

डॉक्टर सहित 12 स्वास्थ्य कर्मचारियों ने निक्ष्य मित्र बन टीबी के मरीजों को दिया प्रोटीन युक्त पोषण आहार, टीबी मुक्त भारत अभियान है जारी
डॉक्टर सहित 12 स्वास्थ्य कर्मचारियों ने निक्ष्य मित्र बन टीबी के मरीजों को दिया प्रोटीन युक्त पोषण आहार, टीबी मुक्त भारत अभियान है जारी

इस बारे में (District Collector)दीपक सोनी ने भी रुचि लेते हुए जिले के अधिकारियों कर्मचारियों, व्यवसायियों, जन प्रतिनिधियों को निक्ष्य मित्र बन अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारियों के निर्वहन की अपील करते हुए इस नेक काम में सभी से सहयोग माँगा है। निक्ष्य मित्र बन कर समुदाय के जनप्रतिनिधि, कर्मचारी, अधिकारी, उद्योग प्रतिष्ठान, गैर सरकारी संगठन, व्यापारी आदि मरीजों को सांकेतिक रूप से गोद लेकर प्रोटीन आहार के रूप में पोषण सहयोग करते हैं।

यह सहयोग उनके अपने निजी व्यय से होता है। इसी कड़ी में विकासखण्ड कसडोल के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ रविशंकर अजगले के प्रोत्साहन से डॉक्टर सहित कई स्वास्थ्य कर्मचारियों ने निक्ष्य मित्र बन कर टीबी के मरीजों को पोषण सहयोग प्रदान किया । पोषण सहयोग किट में मुख्यतः प्रोटीन युक्त सामग्री दी गई। बीएमओ रविशंकर अजगले एवं डॉ राकेश प्रधान, डॉ. चंद्रकांत कुर्रे, डॉ अनुशिखा झा सहित ब्लॉक से 12 लोग निक्ष्य मित्र बने हैं। गौरतलब है कि इससे पूर्व कसडोल में मितानिनों और पंचायत प्रतिनिधियों ने भी मरीजों को गोद ले पोषण सहायता दी है।

से फैलता है यह बीमारी
टीबी हवा के माध्यम से फैलने वाला संक्रामक रोग है जो उपचार न मिलने की दशा में जानलेवा हो जाता है ।
दो हफ्ते से अधिक की खांसी, शाम को हल्का बुखार, 
छाती में दर्द, वजन में कमी, बलगम का आना, 
बच्चों में वजन का न बढ़ना यह कुछ ऐसे लक्षण है 
जो टीबी को प्रकट करते हैं ।टीबी का जांच और इलाज सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों
 में नि:शुल्क उपलब्ध है ₹। 6 महीने का डॉटस का कोर्स 
कर टीबी का मरीज पूरी तरह से ठीक हो सकता है। इलाज न 
करवाने पर यही संक्रमित व्यक्ति एक साल में 10-12 स्वस्थ व्यक्ति 
को संक्रमित कर देता है । वर्तमान में कसडोल ब्लॉक मे जनवरी से
 अगस्त तक 157 लोगों की दवाई चल रहा है।