गड्ढों में तब्दील हुआ पीडब्ल्यूडी की सड़क, जगह-जगह भरा पानी, जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पड़ेगी महंगी, आक्रोश में नगर की जनता

(हेमंत बघेल)
कसडोल। नगर के गुरुघासीदास चौक से हड़हापारा मुख्यमार्ग के साथ सिरपुर जाने वाली मुख्यमार्ग के अलावा कसडोल से पिथौरा जाने वाली मुख्यमार्ग इन दिनों काफी जर्जर है, भारी बारिश के कारण जगह-जगह सड़क गड्डों में पानी भर गया है, लेकिन कसडोल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा खराब सड़क को मरम्मत नही किया जा रहा है। इधर समय पर मरम्मत नही होने से सड़को पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं मगर विभाग के सुस्त अधिकारियों को आम लोगो की प्रवाह नही है। अभी बारिश का मौसम है बारिश होने से गड्डों में पानी भर चुका है वही इन मार्गो से गुजरने वाले राहगीरों के ऊपर पानी के छींटे पड़ते हैं जिसके वजह से राहगीर आए दिन परेशान रहते हैं । ज्यादा पानी भराव होने की वजह से सड़क में हुए गड्डे दिखाई नही देते जिससे रोजाना कोई न कोई मुसाफिर सड़क दुर्घटना का शिकार होते है।
तो क्या जनप्रतिनिधियों को नही है कोई सरोकार…
नगर की सड़क कई वर्षों से खस्ताहाल है, लेकिन यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि यहाँ के सोए जनप्रतिनिधियों द्वारा जनहित के मुद्दों पर कभी आंदोलन करते दिखाई नही पड़ते है, जबकि नगर के अलावा विधानसभा की कमान कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के पास है, साथ ही विपक्ष के होने के नाते मौजूदा सरकार और लोक निर्माण विभाग के गैर जिम्मेदार अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए जनहित पर सड़क दुरुस्त करने की मांग बारिश के पूर्व जोर सोर से करते। लेकिन बारिश प्रारंभ हो गई और गड्डो पर नगर के वाशिंदों के अलावा क्षेत्र के 50 गांव के लोग आना जाना कर रहें और विभाग के अधिकारियों के अलावा नेताओं को कोस रहें। लेकिन ये सोए नेताओं को इसकी गूंज नजर नही आ रही। जबकि सत्ता पक्ष के अलावा विपक्ष के नेताओ को सड़क जैसे गंभीर मुद्दों पर सजक दिखाई देना चाहिए। लेकिन इसकी गूंज दूर दूर तक दिखाई नही देता। जबकि उक्त मुख्य मार्ग से ही तमाम भाजपा और कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के काफिला गुजरता है, लेकिन वाह रे सत्ता और विपक्ष के नेता जो इस खस्ताहाल सड़क को दुरुस्त करने के लिए सक्रिय दिखते। बहरहाल नेताओं के सुस्ती का मजा यहाँ के मौजूद अधिकारी ले रहे है। जिसका खामियाजा आमजनों को उठाना पड़ रहा है।
फील्ड से दूर अधिकारी
उल्लेखनीय है कि पीडब्ल्यूडी उपसंभाग कसडोल के अधिकारी कभी भी फील्ड पर नजर नही आते जिसके वजह से कुश की नगरी कसडोल कहे जाने वाले नगर के सड़क दिन ब दिन खराब होते जा रहे है मगर विभाग के एसडीओ और इंजीनियर अपने दफ्तर से कभी बाहर नही आते, जिसके वजह से आम लोगो की समस्या उनको दिखाई नही देता। वही कभी भी सड़क का पेंच वर्क नही किया जाता है, साथ ही अगर होता भी है तो नाममात्र का और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी खुलकर भ्रष्टाचार करते है, आज मरम्मत हुआ कल उखाड़ना शुरू हो जाता है, कुल मिलाकर कहा जाए तो कसडोल लोक निर्माण विभाग भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। जब इस संबंध में सब डिवीजन ऑफिसर प्रमोद गुप्ता से संपर्क किया गया तो इस संबंध में वर्जन देने से मना कर दिया गया साथ ही कहाँ की इस मामले में वर्जन देने के लिए अधिकृत नही है, साथ ही जिम्मेदार कार्यपालन अभियंता है, उन्ही से वर्जन मिलने की बात कही और अपना पल्ला झाड़ लिया गया। अब सवाल यह उठता है कि अगर आम नागरिक कहीं शिकायत करना चाहे तो वह कहां करेगा। अगर आप इस मार्ग पर चलते हैं, तो आपको सड़क में गड्ढे या गड्ढे में सड़क कुछ पता नहीं चलेगा। बहरहाल लोक निर्माण विभाग कसडोल के सुस्त अधिकारियों के चलते आज कसडोल के कई मार्ग जर्जर और खराब हो चुके हैं। वही खबर प्रसारित के बाद पीडब्ल्यूडी के सुस्त अधिकारियों का नींद कब तक खुलता है, यह देखना दिलचस्प होगा। इधर नगर के संतोष साहू और फिरतराम साहू ने कहा कि नगर की जर्जर सड़क काफी दिनों से खस्ताहाल है, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के अलावा कोई जनप्रतिनिधियों द्वारा पहल नही किया जाता जिसके कारण अधिकारी बेलगाम हो चुके है, साथ ही गड्डों में आये दिन स्कूली छात्र दुर्घटना का शिकार हो रहें है, जो चिंतन का विषय है, जल्द ही विभाग को खस्ताहाल सड़क को दुरूस्त करवाना चाहिए।
इनका कहना हैं…
खस्ताहाल सड़क की जानकारी संज्ञान में है, मैं कल ही एसडीओ और कार्यपालन अभियंता को दुरुस्त के लिए बोलूंगा। साथ ही जितने भी सड़क की स्थिति जर्जर है, उसका मुआयना कर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिये पत्राचार करूँगा।
संदीप साहू
विधायक, विधानसभा कसडोल