“देवी गंगा देवी गंगा लहर तुरंगा हमर भोजली दाई के भीजे आठो अंगा” गीत के साथ बैजनाथ में हुआ भोजली विसर्जन

(मानस साहू)
कसडोल। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहार भोजली जो मित्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है, यह त्यौहार अच्छी बारिश और अच्छे फसल के लिए शगुन का स्वरूप है, मंगलवार को विकासखंड कसडोल के ग्राम बैजनाथ में भोजली तिहार बडे ही धूमधाम से मनाया गया। जिसमें ग्राम के युवतियों और महिलाओं द्वारा 7 दिवस तक भोजली की सेवा के बाद भोजली विसर्जन का कार्यक्रम रखा गया। जिसमें उत्साहवर्धन के लिए इनाम भी रखा गया था गांव के माताऐं एवं बहनें सर पर टोकरी में पीला जवारा लिए देवी गंगा देवी गंगा लहर तिरंगा हमर भोजली दाई के भीगे आठों अंगा गीत गाते हुए गांव के गुड़ी चौक से बड़े तालाब पहुंचे और बड़े धूमधाम से उत्साह के साथ भोजली का विसर्जन किया गया। आपको बता दे कि भोजली विसर्जन के दौरान प्रतियोगिता भी रखा गया था। गांव के सरपंच ललन खूंटे, संदीप साहू और भगवान दास साहू ने बताया कि भोजली विसर्जन के दौरान गांव के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित हुए और एक दूसरे को भोजली देकर दोस्ती का परिचय दिए साथ ही युवा-युवतियों ने गांव के वरिष्ठ नागरिको को भोजली भेंटकर आशीर्वाद लिया। प्रतियोगिता का कार्यक्रम गुड़ी चौक परिसर में किया गया। जिसमें प्रथम पुरस्कार मोरध्वज साहू, द्वितीय पुरस्कार रविशंकर साहू व तृतीय पुरस्कार स्व. शंकर केवट स्टार ग्रुप को दिया गया। आपको बता दे कि स्टार ग्रुप सदस्य के द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।