छरछेद हत्याकांड: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुँचे ग्राम छरछेद, मृतक परिवार से कर रहें मुलाकात, घटना की ले रहे जानकारी, क्षेत्रीय विधायक संदीप साहू सहित कांग्रेस के तमाम नेता मौजूद

(भानु प्रताप साहू)
कसडोल। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (EX CHIEF MINISTER BHUPESH BAGHEL) रविवार को दशगात्र कार्यक्रम में शाम 4:50 बजे ग्राम छरछेद (CHHARCHHED) पहुँचे। सर्वप्रथम श्री बघेल ने मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित किया। इसके बाद शोक संतृप्त परिवार से मिलकर ढांढस बांधा। श्री बघेल ने इस दौरान मृतक के परिजनों से घटना की विस्तृत पूछताछ किया गया। इस दौरान कसडोल विधायक संदीप साहू के अलावा कांग्रेस के तमाम नेता मौजूद रहें। आपको बता दे कि बीते 12 सितंबर गुरुवार को विभत्स घटना 4 लोगों का अंधविश्वास जादू टोना के कारण हत्या कर दी गई थी। साथ ही इस मामले 3 परिवार प्रभावित हुआ है, सरकार ने केंवल अभी तक 10 लाख रुपये और 2 लोगों को नौकरी की बात कही है। लेकिन परिवार और समाज 50 लाख रुपये की मुआवजा के अलावा 3 परिवार के लोगों को शासकीय नौकरी देने की बात कह रहा है, नही तो आगामी दिनों में उग्र प्रदर्शन सहित आंदोलन करने की बात सामने आ रही है।
मछुवा महासंघ ने सौंपा ज्ञापन
इधर पीड़ितों से मिलने पहुँचे छत्तीसगढ़ मछुवा महासंघ ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पीड़ित परिवार को 1 करोड़ मुआवजा राशि के साथ 3 प्रभावित परिवार के एक-एक सदस्य को शासकीय नौकरी देने की मांग किया है, इधर समाज की मांग को श्री बघेल ने मौजूदा सरकार के समक्ष रखने की बात कहा है। साथ ही श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था रह नही गया है, लगातार प्रदेश के तमाम जिलों में हिंसा की बात सामने आ रही है। लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नही कर रही है।
टोनही प्रताड़ना से हुआ हत्या
पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद श्री बघेल ने मीडिया से कहा कि यहाँ टोनही प्रताड़ना के कारण हत्या की गई है, सवाल यह है कि परिवार में किसी को टोनही बोला जाए तो उस परिवार की स्थिति खराब हो जाता है, टोनही प्रताड़ना का कानून बना हुआ है, सुकमा में भी टोनही के शक में ही हुआ है, और यहाँ भी हुआ है, सरकार के द्वारा केंवल 10 लाख रुपये पीड़ित परिवार को दिया गया है, जबकि यह पीड़ित परिवार के लिए उपहास है, क्योंकि हत्याकांड में 3 परिवार प्रभावित हुआ है, 2 बहन तीजा मनाने घर आई थी साथ ही एक भाई घर मे था इस तरह 4 लोगो का हत्या किया गया। मामले में सरकार के द्वारा आर्थिक सहायता राशि को बढ़ाकर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा के साथ प्रभावित परिवार को नौकरी देना चाहिए।
केंद्रीय समिति शिवरीनारायण ने की मांग
मीडिया से चर्चा के दौरान केंद्रीय निषाद समाज शिवरीनारायण के पूर्व उपाध्यक्ष शत्रुहन केंवट ने कहा कि सरकार ने ऊँट के मुंह मे जीरा वाली कहावत के अनुसार मुआवजा राशि का घोषणा किया है, जबकि घटना में 3 परिवार का घर उजड़ गया है, यहाँ सरकार की संवेदना दिखनी चाहिए लेकिन नाममात्र का मुआवजा का ऐलान किया गया है, साथ ही नौकरी पक्की या काम चलाऊ है इसकी गारंटी नही है, सरकार पीड़ित परिवार को 50-50 लाख का मुआवजा सहित शासकीय नौकरी दे नही तो समाज के द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जायेगा। सबसे अधिक शिवरीनारायण गई बहन जमुना का नुकसान हुआ है, जमुना की हत्या के अलावा उसके 11 माह के दुधमुँहे बच्चें को भी मौत के घाट उतार दिया गया है, इसलिए उचित कार्रवाई सरकार करें। इधर मृतिका जमुना के पति प्यारे लाल केवट ने कहा कि मेरी पत्नी के साथ 11 माह का दुधमुँहे बच्चें की हत्या कर दी गई है, मुझे शासन के द्वारा मुआवजा के साथ शासकीय नौकरी दिया जाये। मेरा सरकार से मांग है।

