राज्य कार्यक्रम समन्वयक ओम प्रकाश बर्मन ने रायपुर पहुँच कर प्रशिक्षण में सीधे मितानिनों से बातचीत की।

(पंकज कुर्रे)
पामगढ़। राज्य कार्यक्रम समन्वयक ओम प्रकाश बर्मन ने मितानिन कार्यक्रम अंतर्गत संचालित 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के पहुँच कर मितानिनों से प्रशिक्षण के संबंध सीधे बातचीत की और जानना चाहा कि प्रशिक्षण में कौनसी चैप्टर अच्छी है और कौन सी चैप्टर नई है साथ ही साथ और कौन सी आवश्यक चैप्टर को आगामी प्रशिक्षण में शामिल किया जा सकता है ।
मितानिनों से बात चीत करते हुए उनकी राय जानना उचित समझा और प्रोत्साहन राशि को दो भाग जैसे कि राज्यांश और केन्द्राश रूप में से मिल रही है उस पर मितानिनों से उनकी राय चाही उन मितानिनों ने एक स्वर में एक बार मिलने के लिए आग्रह किया।और देरी हो रही प्रोत्साहन राशि पर भी मितानिनों पहले जैसे 7 तारीख़ तक मिल रही थीं उसी तरह मिलने के लिए राज्य से आग्रह किया।
मितानिनों के 20 वर्षो के काम की समीक्षा से पता चलता है कि मितानिनों की बड़ी मेहनत का परिणाम आज गांव गांव में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता से लगाया जाता है।मितानिनों के मदद से स्वास्थ्य विभाग में कॉफी सुधार और लोगो मे स्वास्थ्य के मिलने वाली सुविधा के के प्रति लोगो मे बड़ी जागरूकता आई है।
ग्रामीणो में हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से लोग खुद गाँव मे उपस्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच कराने और अपनी परिवार के लिए दवाइयों को लेने पहुँच जाते है ये स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि है जो मितानिनों के सहयोग से ही सम्भव हो पाया है।
लोगों को बड़ी से बड़ी बीमारियों को कैसे जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाकर उनकी इलाज कराने के लिए हिम्मत की हुई और टीकाकरण, की लाभ और बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए भी परिवार को जागरूक करने का काम किया जा रहा है।
जिसमे मितानिनों और आगनबाड़ी के संयुक्त रूप समन्वय स्थापित करने की बात कही। जब बचपन में ही बच्चे कुपोषित नही होंगे तो इलाज की और जरूरत होगी इसलिए गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को होने वाले समस्या की पहचान और इलाज कराने में मदद करती है।मितानिनों के इस पहल से लोगो को ग्रामीण क्षेत्रों में हर छोटे छोटे समस्या को सुलझाने में मदद मिल रही है।