स्वतंत्र राजस्व ग्राम की मांग लेकर ग्राम मटिया के सैकड़ों ग्रामीण पहुँचे कलेक्टर कार्यालय, सचिव पर लगाए आरोप

(हेमंत बघेल)

कसडोल। विकासखंड कसडोल अंतर्गत ग्राम तेन्दू‌भाठा को स्वतंत्र राजस्व ग्राम घोषित की मांग को लेकर मंगलवार को सैकड़ों ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर दीपक सोनी से मुलाकात कर ग्राम पंचायत मटिया से अलग कर तेन्दू‌भाठा को राजस्व ग्राम घोषित करने की मांग की है। वार्ड 18 की पंच भुनेश्वरी कैवर्त्य और ग्रामीण गौसाय साहू ने बताया कि सुशासन तिहार में बीते 11 अप्रैल को ऑनलाईन आवदेन के तहत तेन्दूभाठा को ग्राम मटिया से अलगकर स्वतंत्र राजस्व ग्राम की मांग की गई थी, जिसमें आवेदन के कार्यवाही विवरण में प्राप्त दस्तावेज में तहसीलदार द्वारा मटिया ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा ग्राम सभा का अभिमत एवं ग्राम सभा प्रस्ताव मांगा गया था। जो अभी तक अप्राप्त हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि टुण्डरा तहसीलदार द्वारा ग्राम पंचायत मटिया के सचिव सरपंच से ग्राम सभा कर अभिमत मांगा था जिसके लिए ग्राम सभा प्रस्ताव पारित कर 15 मई तक प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था लेकिन सचिव ने 16 मई को ग्राम सभा का आयोजन किया गया था।

सभा में 269 कुल जनसंख्याा रहने के बावजूद ग्राम पंचायत सचिव ने बिना चर्चा के स्वतः स्थगन कर कार्रवाई रजिस्टर में अंकित कर दिया गया और सचिव के द्वारा पूर्ण बहुमत होने के बाद भी 10 प्रतिशत जनसंख्या नहीं है कहकर स्थगित कर दिया गया। ग्राम मटिया के निवासी की उपस्थिति 150 की आसपास थी लेकिन उनके द्वारा किसी भी सदस्य के द्वारा हस्ताक्षर नहीं लिया गया। ग्रामीणों ने मांग पूरी नहीं होने पर आने वाले दिनों में ग्राम पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

 

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