शा.प्रा.शा.बोहारडीह संकुल केन्द्र जेवरा में समर कैंप का आयोजन पूर्ण
(पंकज कुर्रे)
पामगढ़। गर्मी के छुट्टियों में चल रहे समर कैंप में शासकीय स्कूलों के बच्चों द्वारा खेल-खेल में सीख रहें है समर कैंप बच्चों और स्कूल की दूरी को कम करता है स्कूल के प्रति डर दूर होता है। इसमें बीना बस्ता के आना होता है, और पूरा टाईम सीखना होता है, उपस्थिती भी लगातार बढती है।
समर कैंप का आयोजन दिनांक 10/05/24 से प्रारंभ हुआ जिसमें प्रथम दिवस समन्वयक शैलेन्द्र कुमार जांगडे प्रधान पाठक दिलीप कुमार कटियार नवाचारी शिक्षक घनश्याम दिनकर पालकों और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से शाला के बाहर सर्कल में बालगीत पहाडी पर पेड था कराया गया बच्चों को बैठाकर स्वयं के द्वारा परिचय कार्ड व पेंटिंग बुक बनवाया गया।
सभी बच्चों के द्वारा अपने -अपने साथी का नाम व फेवरेट मिठाई का नाम बताकर परिचय खपाया गया। परिवार का चित्र पर रंग भरकर परिवार के बारे में चार लाईन लिखवाया गया।
द्वितीय दिवस बालगीत, बच्चों में बातचीत-क्या देखा, क्या सुना, सूंघा, क्यो कैसे, वस्तुए लाना बता पाना आदि कराया गया। तृतीय दिवस द्वितीय दिवस के बालगीत और बालगीत बाया हाथ आगे बढाओ के साथ कहानी सुनाया, जानवरों का नाम, जानवरों पर बातचीत, चित्र बनाकर रंगभरना और जानवरो के बारे में चार-चार लाइन लिखना कराया गया। चतुर्थ दिवस बालगीत मैं तो सो रही थी के साथ पुर्व दिवस के बालगीत जो बच्चे हिचकिचा रहे थे उन्ही बच्चों के द्वारा सस्वर व हावभाव से कराया गया। पंचम दिवस बालगीत टिक-टिक करके चले घडी से प्रारंभ कुसमय, दैनिक कार्य, घडी देखना, घडी का चित्र बनाकर रंग भरना आदि कराया गया। छठवीं दिवस बालगीत ब्रश-ब्रश युवराज टीम से प्रारंभ कर स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के अंतर्गत हमें स्वास्थ्य क्यों रहना चाहिए, हाथ क्यो धोना चाहिए, हाथ धोने के चरण रोगों का नाम आदि पर काम किया गया। सातवां दिवस बालगीत आलू बोला मुझको खालो से प्रारंभ कर बाजार, चित्र पठन, बताओ कितने रूपये, जोडना-घटाना आदि पर कार्य किया गया ।