Big News: भारी बिकवाली से डॉलर में आई 4 साल की सबसे बड़ी गिरावट

अमेरिकी डॉलर की हालत मिली-जुली रही. एक तरफ यूरो और ब्रिटिश पाउंड के मुकाबले यह 2021 के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया, वहीं जापानी येन के मुकाबले थोड़ी मजबूती दिखाई. इसके पीछे मुख्य वजह है अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती की उम्मीद और ट्रंप प्रशासन की नई टैरिफ नीति से जुड़ी चिंताएं.सवाल उठता है — आखिर डॉलर में इतनी बिकवाली कौन कर रहा है? एक्सपर्ट्स से साफ है कि अमेरिका के बाहर के निवेशक डॉलर आधारित संपत्तियों से धीरे-धीरे दूरी बना रहे हैं. यूरोपीय निवेशक जहां अमेरिकी इक्विटी (शेयरों) से निकल रहे हैं, वहीं एशियाई निवेशकों द्वारा बॉन्ड बाजार में बिकवाली देखने को मिल रही है.

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