कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने ली साप्ताहिक समय सीमा की बैठक, निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से समझौता नहीं, लापरवाह ठेकेदारों पर करें कार्रवाई…पढ़िए पूरी खबर

(पंकज कुर्रे )
जांजगीर-चांपा/ कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने सोमवार को जिला कार्यालय सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक ली। कलेक्टर ने विभागीय कार्याें की समीक्षा करते हुए कहा कि समय-सीमा में कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि जनहित से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने जिले में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों पर कड़ी कार्यवाही की जाए। जिले में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हाईकोर्ट एवं अन्य न्यायालयों में प्रकरणों का समय पर एवं गंभीरता से निराकरण किया जाए।
कलेक्टर महोबे ने कहा कि यदि स्कूल या आंगनबाड़ी तक जाने वाले रास्तों में कोई तालाब, नाला या जलभराव क्षेत्र स्थित हो, तो ग्रामवार चिन्हांकन कर ऐसे स्थलों की जानकारी संकलित कर चेतावनी बोर्ड लगाएं व दीवार लेखन द्वारा जनजागरूकता फैलाएं, ताकि किसी भी घटना की आशंका को रोका जा सके। इसके लिए मुनादी कर ग्रामीणों एवं परिजनों को जागरूक करने के निर्देश दिए। साथ ही मनरेगा अंतर्गत निर्मित तालाबों एवं गहरीकरण कार्यों के पूर्ण होने के उपरांत उन्हें सुरक्षित रूप से निस्तारी उपयोग में लाने, जलभराव की स्थिति में खतरे के चिन्ह लगाने एवं अन्य सुरक्षा उपाय किए जाएं। कलेक्टर ने स्कूलों व आंगनबाड़ी भवन परिसर में बारिश के कारण पानी भरने या आवागमन में बाधा की शिकायत प्राप्त होने पर वहां शीघ्र जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि परिसर में नियमित साफ-सफाई तथा स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। कलेक्टर श्री महोबे ने स्कूल निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को बच्चों की उपस्थिति, भवन की स्थिति, गणवेश एवं पाठ्य-पुस्तक वितरण, छात्रवृत्ति योजनाओं की स्थिति की वस्तुस्थिति को देखने के निर्देश दिए।
कलेक्टर महोबे ने कहा कि सभी कार्यालयों में फाइलों का मूवमेंट ई-फाइल के माध्यम से ही किया जाना है। उन्होंने ई-ऑफिस की क्रियान्वयन के संबंध में सभी विभागों को निर्देशित कर कहा कि ई-ऑफिस से जुड़ी समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्युत आपूर्ति से संबंधित समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता पर किया जाए।
इसके साथ ही आमजनों की विद्युत से संबंधित समस्याओं के लिए शिविर लगाकर निराकरण करने के निर्देश विद्युत विभाग के अधिकारियों को दिए। उन्होंने दिव्यांगता जांच शिविर लगाने के निर्देश समाज कल्याण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभाग के समन्वय से आयोजित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने खाद-बीज के भंडारण और किसानों को किए जा रहे वितरण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी सोसायटी में पर्याप्त मात्रा में खाद का भंडारण रखें और किसानों की मांग पर वितरण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को अनावश्यक खाद-बीज के लिए दिक्कत नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने एग्रीस्टैक में शत प्रतिशत किसानों का अनिवार्य रूप से पंजीयन कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बैठक में नगरीय क्षेत्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों, सड़कों से आवारा मवेशियों को तत्काल सड़को से हटाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पशु चिकित्सा विभाग, सीईओ जनपद, सीएमओ, सहित संबंधित विभागों को समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने आवारा मवेशियों के सड़क पर बैठने वाले चिन्हित स्थलों की पहचान कर वहां से हटाने और गौशाला व कांजी हाऊस पहुंचाने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही मवेशियों के मालिकों को पशु सौंपने और निर्धारित जुर्माना लगाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने पशु चिकित्सा विभाग को रात्रिकालीन दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मवेशियों को रेडियम बेल्ट बांधने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही उन्होंने फसल चक्र, फॉर्मर रजिस्ट्रेशन, स्वामित्व योजना, अनुकम्पा नियुक्ति, मौसमी बीमारी सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे, अपर कलेक्टर ज्ञानेन्द्र सिंह ठाकुर, अपर कलेक्टर आर के तंबोली, अपर कलेक्टर आराध्या राहुल कुमार, सर्व एसडीएम सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।