चैतन्य महाविद्यालय के भूगोल विभाग का शैक्षिक भ्रमण संपन्न

(पंकज कुर्रे)


पामगढ़ । चैतन्य साइंस एंड आर्ट्स कॉलेज, पामगढ़ के भूगोल विभाग द्वारा दिनांक 20 से 23 नवंबर के मध्य सरगुजा जिले के भौगोलिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों का तीन दिवसीय शैक्षिक भ्रमण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। विभागाध्यक्ष डॉ. नरेंद्रनाथ गुरिया एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. मोनालिसा शर्मा के नेतृत्व में स्नातकोत्तर भूगोल के कुल 11 विद्यार्थी इस भ्रमण में सम्मिलित हुए।

 

भ्रमण का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ की भू-आकृतिक संरचना, प्राकृतिक स्थलाकृति, सांस्कृतिक विविधता तथा पर्यटन के विकास मॉडल से अवगत कराना था। यात्रा के दौरान विद्यार्थियों ने सरगुजा जिले के प्रमुख स्थलों मैनपाट (छत्तीसगढ़ का शिमला), टाइगर पॉइंट, फिश पॉइंट, महेता पॉइंट, जलजली, उल्टा पानी, बौद्ध मंदिर एवं तिब्बती जीवन शैली का प्रत्यक्ष अवलोकन किया, जिससे उन्हें पर्यावरणीय विविधता, भू-दृश्य परिवर्तन एवं ग्रामीण शहरी विकास की संभावनाओं को समझने का अवसर मिला। भ्रमण के दौरान विद्यार्थी सरगुजा मुख्यालय अंबिकापुर स्थित शासकीय राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में भी शामिल हुए। सेमिनार में विभागाध्यक्ष डॉ गुरिया ने 2025 के भारतीय मानसून के अतिरेक के जिम्मेदार : जलवायु परिवर्तन और पश्चिमी विक्षोभ का विस्तृत विश्लेषण विषय पर अपने विचार साझा किए। जिसे सभासदों द्वारा सराहा गया। सेमिनार में विद्यार्थियों ने सस्टेनेबल रूरल एंड अर्बन डेवलपमेंट विषय पर पोस्टर प्रेज़ेंटेशन दिया।

 

विद्यार्थियों के उत्कृष्ट प्रस्तुतिकरण के लिए शासकीय डी.बी. कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर के भूगोल विभाग की प्रोफेसर डॉ शीला सिदार द्वारा टीम को ₹1000 का विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया। महाविद्यालय के संचालक श्री वीरेंद्र तिवारी ने शैक्षणिक भ्रमण की सार्थकता एवं विद्यार्थियों की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण विद्यार्थियों को पुस्तक से परे वास्तविक दुनिया की समझ देते हैं। हमारे विद्यार्थी जिस आत्मविश्वास और उत्कृष्टता के साथ राष्ट्रीय सेमिनार में प्रस्तुत हुए, वह संस्थान की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रमाण है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वी के गुप्ता ने कहा कि भूगोल विभाग द्वारा किया गया यह प्रयास सराहनीय है। विद्यार्थियों ने न सिर्फ प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक स्थलों का अध्ययन किया, बल्कि शैक्षणिक मंच पर अपनी प्रतिभा भी प्रदर्शित की। हम भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक एवं व्यावहारिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करते रहेंगे।

 

भूगोल विभाग के इस सफल आयोजन ने विद्यार्थियों के ज्ञान, अनुभव और व्यावहारिक समझ को समृद्ध किया है। कार्यक्रम की सफलता पर विभागाध्यक्ष डॉ. नरेंद्रनाथ गुरिया एवं सह-प्राध्यापक डॉ. मोनालिसा शर्मा ने भी विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दीं और आगे भी ऐसी शैक्षणिक गतिविधियों को निरंतर जारी रखने का प्रतिबद्धता व्यक्त की।

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