गालीबाज परिवहन आरक्षक ऋतु शुक्ला पर गिरी निलंबन की गाज
प्रभारी उपनिरीक्षक मीनाक्षी गोखले को अभयदान, परिवहन आयुक्त की कार्यवाही पर प्रश्नचिह्न-
राकेश चंद्रा
अनूपपुर। जिले के रामनगर थाना क्षेत्रांतर्गत बरतराई राज्यमार्ग पर पत्रकारों के साथ की गयी बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद परिवहन आयुक्त ग्वालियर द्वारा परिवहन आरक्षक ऋतु शुक्ला को निलंबित करते हुए मामले पर खानापूर्ति का प्रयास तो किया गया, किन्तु घटना में बराबर कि भागीदार रही, परिवहन उड़नदस्ते कि उपनिरीक्षक मीनाक्षी गोखले पर विभाग द्वारा अब तक किसी भी तरह कि यथोचित कार्यवाई नही किए जाने से जिलेभर के पत्रकारों में प्रशासन कि दोहरी मानसिकता से भरे रवैये एवं न्याय-व्यवस्था पर रोष व्याप्त है। जिलेभर के पत्रकारों द्वारा शासन-प्रशासन से परिवहन उड़नदस्ते कि उक्त सहायक उपनिरीक्षक पर भी न्यायोचित कार्यवाई कि मांग लगातार की जा रही है। जिससे इन अभद्र कर्मचारियों/अधिकारियों के लिए यह एक सबक साबित हो, और उन्हे भी इस बात का स्मरण रहे कि प्रदेश में कानून का न्याय-व्यवस्था आम और खास सभी के लिए समतुल्य है।
लगभग दो वर्षों से बैहाटोला स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग एवं बरतराई राजमार्ग बना हुआ है अवैध वसूली का अड्डा-
थानाक्षेत्र बिजुरी एवं रामनगर कि अधिकांशत: सीमा ग्रामीण अंचलों से जुडी़ होने के साथ ही दोनो थानाक्षेत्र पडो़सी छत्तीसगढ़ राज्य को भी स्पर्श करती हैं। जिस कारण से परिवहन विभाग द्वारा बिजुरी थानाक्षेत्र के ग्रामीण अंचल बैहाटोला समीप राष्ट्रीय राजमार्ग एवं रामनगर थानाक्षेत्र के बरताई राजमार्ग पर लगभग 02 वर्षों से लगातार वाहन चैकिंग लगाया जा रहा है। और दोनो मार्गों पर परिवहन विभाग द्वारा निजी कर्मचारियों के माध्यम से आवागमन करने वाले अधिकांशतः ग्रामीणों को तरह-तरह के नियम और कायदों का धौंस दिखाकर उनसे जबरन वसूली का खेल भी खेला जाता है। जिसकी जानकारी सम्बंधित विभागों को पूर्व में कयी बार दी जा चुकी है, बावजूद इसके सम्बंधित विभाग द्वारा मामले पर कभी भी संज्ञान नही लिया गया। कारण वाहन चैकिंग के नाम ग्रामीण अंचलों के राहगीरों से परिवहन विभाग, नियम-कायदों का रौब दिखाकर बिना किसी झंझट, अच्छा-खासा रकम आसानी से वसूल लेता है। इसी वजह से दोनो ही मार्ग परिवहन विभाग के लिए लम्बे समय से आमदनी का चारागाह बने हुए हैं।
चैकिंग के नाम पर चल रही इनकी गुण्डागर्दी से पत्रकार भी नही रहे अछूते-
शनिवार 14 सितम्बर कि दोपहर 02 आंचलिक पत्रकारों द्वारा कवरेज करने के उद्देश्य से क्षेत्र भ्रमण के दौरान, बरतराई राजमार्ग पर वाहन चैकिंग लगाए 02 महिला कर्मचारियों ने जिस तरह से दोनो अभद्रता की है वह निश्चित तौर पर किसी शर्मनाक वाकिये से कम नही। मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद विभागीय अधिकारी द्वारा भी खानापूर्ति करते हुए महज एक ही महिला कर्मचारी पर कार्यवाई का चाबुक चलाया गया। वहीं दूसरे कर्मचारी को अभयदान प्रदान कर दिया गया। जिससे प्रदेश सरकार के सुशासनराज का दम्भ भरने वाली नीतियों का पोल खुलकर सर्वसमक्ष आ गया, वहीं विभागीय अधिकारी द्वारा की गयी पक्षपातपूर्ण कार्यवाई ने जिलेभर के कलमकारों में और अधिक रोष बढा़ने का कार्य किया है। लिहाजा आक्रोशित पत्रकारों ने शासन-प्रशासन से बिना किसी भेदभाव के शेष अभयदान प्राप्त सहायक उप निरीक्षक एवं वाहन चैकिंग कर रहे निजी कर्मचारियों पर भी कार्रवाई का मांग किया गया है, साथ ही उन 336 लोगों का भी नाम उजागर कर पैसों का लेनदेन साबित होने पर अपराध पंजीबद्ध करने का मांग किया गया है।