ABVP द्वारा हीरालाल महाविद्यालय में व्याप्त समस्याओं के समाधान हेतु 8 सूत्रीय मांगो को लेकर प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन

(हेमंत बघेल)
ABHANPUR। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) 77 वर्षों से सक्रिय गैर राजनीतिक राष्ट्रवादी छात्र संगठन के रूप में अपनी भूमिका बनाया हूं, जो छात्र छात्राओं की समस्या के समाधान करते आ रहे है चाहे वह महाविद्यालय हो या अन्य विद्यालय हो ABVP अभनपुर के कार्यकर्ता पिछले कई वर्षों से नगर में अनेक आयोजनों के माध्यम से भी अपनी उपस्थिति दर्ज करता रहा है, चाहे वह संगठनात्मक कार्य हो, सांस्कृतिक कार्यक्रम हो या ज्ञापन-आंदोलन।
ABVP अभनपुर सतत् छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए अभनपुर नगर में संचालित शासकीय काव्योपाध्याय हीरालाल महाविद्यालय अभनपुर में व्याप्त समस्याओं को लेकर प्राचार्य को 8 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। जिसमे कॉलेज परिसर से जुड़े विभिन्न विषय शामिल हैं
यह समस्याओं पर सौंपा ज्ञापन
1.शुद्ध पेयजल की व्यवस्था: महाविद्यालय परिसर में स्थापित वाटर कूलर लंबे समय से जर्जर व अस्वच्छ स्थिति में हैं। परिषद ने कम से कम 5 नवीन जलशीतक यंत्र स्थापित करने की मांग की
2. शौचालयों की मरम्मत एवं नियमित सफाई: महाविद्यालय में टूटे हुए शौचालय, खराब नल व साफ-सफाई की अनियमितता के कारण छात्रों को परेशानी हो रही है। परिषद ने तत्काल मरम्मत एवं स्थायी सफाई व्यवस्था की मांग रखी।
3.छात्राओं के लिए सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन की स्थापना: अब तक यह सुविधा परिसर में उपलब्ध नहीं है, जोकि छात्राओं के स्वास्थ्य एवं गरिमा के लिहाज से अत्यंत आवश्यक है। इसे शीघ्र स्थापित करने की मांग की गई।
4. विद्युत व्यवस्था की सुरक्षा परिसर में खुले बिजली के तार व जर्जर बोर्ड विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। विद्युत मरम्मत एवं संरक्षण की तत्काल आवश्यकता है।
5. पानी की टंकी का उचित प्रबंधन: पानी की टंकी के नियमित देखरेख के अभाव में प्रति दिन पानी का अत्यधिक अपव्यय हो रहा था, जिस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए प्राचार्य द्वारा एक जिम्मेदार कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। परिषद इस त्वरित कार्रवाई का स्वागत करती है।
6. कैंटीन संचालन की बहाली: महाविद्यालय में बने कैन्टीन का संचालन छात्रों की सुविधा हेतु जल्दी शुरू हो व परिसर में जो निर्माण सामग्री अव्यवस्थित रूप से रखी गई है। उसे व्यवस्थित रूप से रखा जाए।
7. अनुचित शुल्क वृद्धि का विरोध: बिना ठोस विकास कार्यों के जनभागीदारी शुल्क को ₹300 से बढ़ाकर ₹500 किया गया है, जोकि अनुचित है। परिषद ने यह वृद्धि तत्काल वापस लेने की मांग की।
8. बाउंड्री वॉल से अवैध प्रचार सामग्री हटाना: महाविद्यालय की चारदीवारी पर लगे पोस्टर्स एवं दीवार लेखन से परिसर की गरिमा प्रभावित हो रही है। परिषद ने इसे हटाने और भविष्य में सतत निगरानी की मांग की है।
मीडिया से अभाविप के विभाग संयोजक राधेश्याम साहू ने बताया कि “विगत कई वर्षों से महाविद्यालय में छात्र छात्राओं से संबंधित समस्याएं सामने आ रही थी, जिससे महाविद्यालय द्वारा छात्र छात्राओं की आवश्यक सुविधाओं को नजर अंदाज किया जा रहा था, लेकिन विद्यार्थी परिषद यह सदैव मानते आया है कि, छात्र कल का नहीं अपितु आज का नागरिक है।
इसे ध्यान में रखते हुए प्राचार्य महोदय को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें प्राचार्य महोदय ने 3 बिंदुओं पर तत्काल मांगे मानी और कुछ ही दिनों बाद अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। जिला संयोजक भावेश नवरंगे ने भी कुछ प्रमुख मांगो को लेकर महाविद्यालय प्रशासन को आगाह किया कि कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है। छात्रों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य और स्वच्छता भी उतनी ही जरूरी हैं। साथ ही महाविद्यालय परिसर में बिना पहचान पत्र के किसी भी प्रकार के अनाधिकृत व्यक्ति को महाविद्यालय में प्रवेश नहीं दिया जाए, की मांग की जिसमें हीरालाल महाविद्यालय के प्राचार्य ने सख्ती बरते हुए कहा कि आने वाले कुछ दिनों में यह सभी मांगे पूर्ण रूप से महाविद्यालय में पूर्ण रूप से दिखने लगेगा। इस निमित्त विभाग छात्रा प्रमुख विशु गुप्ता, नगर सह मंत्री प्रतिम कुर्रे, कार्यालय प्रमुख हिमेश साहु, महाविद्यालय सह प्रमुख अंजली जांगडे, RKM प्रमुख दीप्ति मार्कण्डेय, वासु अग्रवाल, हेमकिरण साहु, मधु साहु आदि नगर के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।