अक्षर संस्था पामगढ़ के द्वारा सतनाम भवन पामगढ़ में बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गई,बिरसा मुंडा की जयंती पर ब्लॉक स्तरीय एक दिवसीय संवैधानिक मूल्यों पर कार्यशाला आयोजित 

पंकज कुर्रे 

पामगढ़। अक्षर संस्था पामगढ़ के द्वारा सतनाम भवन पामगढ़ में बिरसा मुंडा की जयंती मनाई गई, जिसमें हर समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर संवैधानिक मूल्यों पर ब्लॉक स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। कार्यक्रम की शुरुआत में अक्षर संस्था के डायरेक्टर चंद्रकुमारी ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को भारतीय संविधान में निहित मूल्यों,अधिकार और कर्तव्यो के बारे में जागरूक करना था ताकि समाज में हर वर्ग तक संवैधानिक मूल्यों की जानकारी पहुंच सके।

कार्यशाला में नेशनल फाऊंडेशन फॉर इंडिया,ओडिशा से आए मधुसूदन ने बिरसा मुंडा जी के संघर्ष जल,जंगल,जमीन की लड़ाई को विस्तार पूर्वक रखा उसके बाद संवैधानिक मूल्यों के महत्व को समझाया और उनके पालन के लिए जागरूकता फैलाने पर जोर दिया,उन्होंने बताया कि समानता, न्याय, स्वतंत्रता, और लोकतंत्र के मूल्यों पर विशेष ध्यान दिया जाए,डॉ साहेब बाबा भीमराव अंबेडकर के संघर्षों को भी बताया,साथ ही नेशनल फाऊंडेशन फॉर इंडिया उड़ीसा से ही आए समीर मलिक ने संवैधानिक मूल्यों ने भारतीय संविधान में कई पुराने और अनुचित प्रथाओं को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है पर जोर देते हुए बोला कि समाज में जाति व्यवस्था एक गहरी और सदियों पुरानी सामाजिक संरचना थी जिसे संविधान ने असंवैधानिक घोषित किया और हम सबको मूल्य के प्रति सभी लोगों को जागरूक कराया है।

इसी तरह कार्यशाला के रिसोर्स पर्सन के रूप में उपस्थित विभीषण पात्रे ने संविधान के प्रस्तावना पर जोर देते हुए बोला कि संविधान ही ऐसा पुस्तक है जिसमें पहले ही “हम भारत के लोग”शब्दों का गहरा और महत्व बताया इन शब्दों के माध्यम से यह स्पष्ट किया गया कि भारतीय संविधान भारत की विविधता के बावजूद उसकी एकता को दर्शाता है संविधान यह सुनिश्चित करता है कि धर्म,लिंग, जाति,समुदाय के आधार पर किसी भी प्रकार की भेदभाव न हो,पामगढ़ ब्लाक के अलग अलग गांव से आए लोग उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में प्रियंका खरे,शर्मिष्ठा देब,रजनीकांत रत्नाकर,आमना बेगम,विजय मल्होत्रा, छाया खूंटे,रेशमती टंडन,अनीता खूंटे,रजनी माहेश्वरी,झरना साहू,सरोज पाण्डे,तुलाराम खरे,सनत ज्वाला, रानू बेगम ललिता डहरिया सहित अन्य लोग भी शामिल हुए।

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