अन्नपूर्णा मुहिम से बहुरमति बरिहा के परिवार को मिला संबल, परिजनों को उपलब्ध कराया खाद्य सामग्री

(हेमंत बघेल)
कसडोल। विकासखंड कसडोल के ग्राम नवागांव तहसील टुंडरा की बहुरमति बरिहा उम्र 38 वर्ष अपने तीन बच्चों के साथ गंभीर आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। जिसपर संत रामपाल के अनुयायियों ने मदद किया है। आपको बता दे कि पति संतोष बरिहा का निधन आठ वर्ष पूर्व पैरालाइसिस से हो गया था, जिसके बाद परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो गया था इसके साथ ही परिवार की स्थिति बहुरमति बरिहा विधवा होने के साथ तीन बच्चे करीना, करण और अर्जुन शारीरिक रूप से कमजोर व अक्सर बीमार रहते हैं। गांव में स्कूल न होने के कारण बच्चों की पढ़ाई 5वीं कक्षा के बाद रुक गई। परिवार के पास न जमीन है, न पशुधन, न बैंक बैलेंस। आय का सहारा केवल ₹1000 मासिक विधवा पेंशन और 35 किलो चावल (राशन कार्ड) है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान अभी निर्माणाधीन है। जिसपर अन्नपूर्णा मुहिम की सहायता 13 सितंबर को अन्नपूर्णा मुहिम के तहत दूसरी बार बरिहा परिवार को व्यापक राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई। इसमें चावल, आटा, दाल, तेल, शक्कर, दूध पाउडर, आलू-प्याज सहित आवश्यक खाद्य सामग्री, साबुन व वाशिंग पाउडर जैसे दैनिक उपयोग की वस्तुएं, बर्तन व गृह उपयोगी सामान, साथ ही स्टैंड पंखा व प्लास्टिक कुर्सियां भी शामिल थीं। इधर बहुरमति बरिहा ने भावुक होकर कहा “संत रामपाल जी महाराज भगवान के रूप में हमारे यहां सभी सामग्री भेजी।” ग्रामवासी मेहत्तर सिंह बरिहा ने बताया “अन्नपूर्णा मुहिम गरीब लोगों की मदद में बहुत सराहनीय कार्य कर रही है। उल्लेखनीय है कि संत रामपाल जी महाराज की पहल से बहुरमति बरिहा के परिवार को न सिर्फ तत्काल राहत मिली बल्कि बच्चों और परिवार में नई उम्मीद भी जागी है।