बलौदाबाजार हिंसा: आगजनी की घटना के बाद सियासत गर्म, कांग्रेस के बाद भाजपा ने किया जांच, भाजपा की जांच पर कांग्रेस ने ली चुटकी

(भानु प्रताप साहू)

बलौदाबाजार। जिले में बीते 10 जून को हुई हिंसा के बाद सियासत शुरू हो चुकी हैं। एक तरफ कांग्रेस अपनी 7 सदस्यीय जांच समिति बनाकर बीते गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंची हुई थी तो वहीं दूसरी तरफ सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की पांच सदस्य टीम गिरौदपुरी स्थित अमर गुफा पर निरीक्षण करने पहुंची थी। भाजपा के जांच समिति में प्रमुख रूप से खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ,खेल मंत्री टंक राम वर्मा समेत पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा पूर्व विधायक संजना साहू और अनुसूजित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय शामिल रहे। अब इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेगी। संयुक्त जिला कार्यालय के निरीक्षण के दौरान जांच समिति ने घटना के प्रभावित लोगो से मुलाकात की। इस पूरे मामले पर प्रदेश में हलचल सी मची हुई है और सियासी पारा लगातार बढ़ते जा रहा है।

इधर कांग्रेस के जांच समिति के संयोजक शिवकुमार डहरिया ने भाजपा की जांच पर चुटकी लेते हुये कहा कि भाजपा की सरकार को अपने सरकार की जांच में भरोसा नही है, जबकि जो सत्ता में काबिज पार्टी होती है वही जांच कराती है, लेकिन यहाँ भाजपा की सरकार कमेटी बनाकर जांच के लिए भेज रही है, ये भाजपा के लोगों को राजनीति करने का तरीका है, भाजपा की पॉलिसी हमेशा अनुसूचित जातियों को परेशान करने का तरीका रहा है। बहरहाल हिंसा मामले में आरोप प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ है।

आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह की अध्यक्षता में बीजेपी ने पांच सदस्य जांच टीम गठित की है। जिसमें जांच समिति के संयोजक दयाल दास बघेल, सदस्य मंत्री टंकराम वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय और पूर्व विधायक रंजन साहू शामिल है। बीजेपी की जांच निरीक्षण टीम सोमवार को गिरौदपुरी स्थित अमर गुफा में निरीक्षण करने पहुंची थी इस दौरान जांच टीम के सदस्यों ने जैतखंभ की स्थल का निरीक्षण किया जहां से हिंसा की घटना की शुरुआत हुई थी क्योंकि इसी जगह पर जैतखाम को असामाजिक तत्व के लोगों द्वारा लोहे की आरी से काट दिया गया था इसके बाद बलौदाबाजार में 10 जून को हिंसा भड़की अमर गुफा के टूटे हुए दरवाजो को देखा और तत्कालीन पुजारी से चर्चा कर मामले की जानकारी ली।

वही मिडिया से रूबरू होते हुए भाजपा जांच समिति के संयोजक मंत्री दयाल दास बघेल ने कहाँ कि ये कांग्रेस की सतनामी समाज को बदनाम करने कि साजिश है। पूरी जाँच होने के बद ही पता चल पायेगा । उन्होंने आगे कहाँ कि ये मुद्दा तो कांग्रेसीयो का है, समाज को बदनाम करने के लिए इन लोगो का षड़यंत्र है उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहाँ कि 15 हजार प्रदर्शनकारियो के लिए भोजन कि व्यवस्था, उन लोगो के धरना प्रदर्शन में आने के लिए बस, गाड़ी कि व्यवस्था, मंच में कौन बैठा है ये भी तो दिख रहा है। क्या देवेंद्र यादव सतनामी है ये कांग्रेसी बताए? कलेक्टरेट में आगजनी एवं तोड़फोड़ पर दयाल दास बघेल ने कहा कि ये घटना शासन प्रशासन को धोखा धोखे पे रखकर उपद्रवी तत्वों द्वारा कि गयी है। वहीं जांच टीम के सदस्य मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि जांच टीम के साथ हमने निरीक्षण किया और समाज के लोगो से चर्चा की सतनामी समाज के लोग सरल इंसान हैं समाज के आंदोलन में उपद्रवी तत्व के लोग शामिल है जिसकी वजह से बलौदाबाजार में हुई प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गई। इस हिंसा में कांग्रेस का ही हाथ है इसमें कांग्रेस को लोग भी शामिल हैं कई ऐसे वीडियो, फोटो भी सामने आए हैं जिनके आधार पर जांच हो रही है।

इधर मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि जिसने गलती की है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही मीडिया के आरोपी के घरों में बुलडोजर चलाने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि इसकी मांग सरकार से करेंगे कि जो आरोपी है, जिसने आगजनी किया उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कही है।

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