भिलाई विधायक देवेंद्र यादव का बयान हुआ दर्ज, बलौदाबाजार पुलिस ने 100 से ज्यादा सवाल दागे, देखिये विधायक ने मीडिया से क्या कहा…

(भानु प्रताप साहू)

बलौदाबाजार। बलौदाबाजार में घटित आगजनी और हिंसा मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा 3 बार जारी नोटिस के बाद आज भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव अपना बयान दर्ज कराने कोतवाली थाना पहुँचे। इस दौरान श्री यादव ने आगजनी मामले अपनी भूमिका को लेकर पुलिस के पास बयान दर्ज कराया है। इधर बलौदाबाजार पुलिस ने विधायक से हिंसा और आगजनी मामले में 100 से ज्यादा सवाल पूछे गए। जिसमें विधायक ने अपना जवाब दिया है, फिलहाल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा कि पुलिस की विवेचना जारी है, विधायक द्वारा सवाल के जवाब में वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष बयान को रखकर आगे की कार्रवाई की जायेगी। वही मीडिया से बातचीत में विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि मुझे 3 बार नोटिस भेजा गया था जिसमे पहले नोटिस में मैं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत दिल्ली जाना था इसलिए नही आया। दूसरे बार के नोटिस के बाद पुलिस के द्वारा लीपापोती करने के मामले में जानकारी मिलने के बाद मैंने हाईकोर्ट की शरण लिया। लेकिन मैंने तीसरे नोटिस को सोशल मीडिया के द्वारा देखा और मैंने बताया भी था कि मैं पारिवारिक कारणों से बाहर हूँ। मैंने 13 मई को ही टिकट कराया था मैं परिवारिक कारणों से बाहर था मैंने देखा कि बलौदाबाजार के सम्मानित पुलिस मेरे घर आकर घर के सामने नोटिस चस्पा कर रहे थे, जिससे मैं व्यथित होकर आज मैं विधानसभा जाने के बाद यहाँ बयान देने उपस्थित हुआ हूँ मैं सोचता हूँ कि बलौदाबाजार पुलिस अगर मेरे पीछे पड़ने की जगह सही जगह पीछे लगती तो आज नतीजा कुछ और होता।

बलौदाबाजार आगजनी में शामिल नही रहने वालों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। 10 जून की घटना में मैं बिलासपुर संसदीय चुनाव निपटा के मैं समर्थन में पहुँचा था मैं कुछ समय बस रुका था, मैंने पुलिस को नोटिस कराया कि मैं धरना प्रदर्शन में उपस्थित था जिसने तोड़फोड़ आगजनी और हिंसा किया निश्चितौर पर वो दोषी है, जो भावनाओं के साथ शामिल हुए थे उसके साथ कार्रवाई नही होना चाहिए। युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र बंजारे के परिवार को कहा गया कि विधायक देवेंद्र यादव का नाम ले तो उसकी गिरफ्तारी शून्य हो जायेगा। मुझे श्री बंजारे के परिजनों ने बताया साथ ही मुझे मैसेज भेजा। तो इस तरह मुझे फसाने का काम भाजपा की सरकार या उनके इशारों पर बलौदाबाजार पुलिस कर रही है, पुलिस निर्दोषों को गिरफ्तार कर रही है, जबकि जो हिंसा हुई उसमें उपद्रवियों को गिरफ्तार करने की जगह बेगुनाहों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है, जबकि इसमें भाजपा के लोगों को बचाया जा रहा है, साथ ही भाजपा की सरकार के सूचना तंत्र के कमजोर होने के कारण इतना बड़ा आगजनी की घटना घटित हुई। सरकार के पास शाम दाम दंड भेद सब है जिसका दुरुपयोग कर कांग्रेस के लोगों को टारगेट करके गिरफ्तार किया जा रहा है।

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