बिजली के दामों में 8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी को वापस ले भाजपा सरकार- विक्रम मंडावी

बीजापुर – छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार  ज़िला कांग्रेस कमेटी बीजापुर और जिले के सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटीयों में बिजली कटौती और बिजली के बढ़े हुए दामों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया है। ज़िला कांग्रेस कमेटी ने धरना प्रदर्शन हेतु बीजापुर ब्लॉक के लिए प्रभारी मिच्चा मुतैया जनपद उपाध्यक्ष भोपालपटनम, भोपालपटनम ब्लॉक के लिए प्रभारी शंकर कुडियम अध्यक्ष ज़िला पंचायत बीजापुर, उसूर ब्लॉक के लिए प्रभारी बसंत राव ताटी सदस्य ज़िला पंचायत बीजापुर, भैरमगढ़ ब्लॉक के लिए प्रभारी नीना रावतिया उद्दे सदस्य ज़िला पंचायत बीजापुर, कुटरू ब्लॉक के लिए प्रभारी सुखदेव नाग महामंत्री ज़िला कांग्रेस कमेटी बीजापुर एवं गंगालूर ब्लॉक के लिए प्रभारी सोनू पोटाम जनपद उपाध्यक्ष बीजापुर को बनाया गया था जिनके नेतृत्व में ब्लॉक मुख्यालयों में धरनाप्रदर्शन कर भाजपा सरकार में लगातार हो रही बिजली कटौती और बिजली के दामों वृद्धि के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन कर बिजली की कटौती को बंद करने और बिजली के बढ़े हुए दामों को वापस लेने की मांग भाजपा सरकार से की और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।
ज़िला मुख्यालय बीजापुर में धरना प्रदर्शन में उपास्थि लोगों को संबोधित करते हुए बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है तब से लगातार भाजपा सरकार बिजली की कटौती कर रही है लगातार बिजली कटौती होने से आम जनता के साथ साथ किसान भी परेशान है। विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि एक तो सरकार बिजली की कटौती कर रही है वहीं दूसरी ओर बिजली के दामों को बढ़ा रही है भाजपा सरकार ने एक बार फिर बिजली के दामों को 8 प्रतिशत बढ़ा कर जनता पर आर्थिक बोझ डाल दिया है। जहां एक ओर कांग्रेस की सरकार ने बिजली के दामों की घटाकर आधा किया था.
वही भाजपा सरकार ने पिछले छः महीनों में बिजली कटौती करते हुए बिजली के दामों को दुगना कर दिया है। विधायक विक्रम मंडावी ने उपस्थित लोगों की संबोधित करते हुए यह भी कहा कि बिजली के दामों में बढ़ोतरी होने से महंगाई बढ़ेगी, इसलिए भाजपा सरकार को चाहिए कि महंगाई कम करने के लिए बिजली के बढ़े हुए दामों को तत्काल वापस ले और जनता को महंगाई से राहत दे। विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी कांग्रेस सरकार ने 5 वर्षो तक विपरीत परिस्थितियों में भी बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए बिजली बिल हाफ योजना शुरू किया था जिसका लाभ प्रदेश के 44 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को मिलता था जिसे 5 साल में प्रत्येक उपभोक्ता का 40 से 50 हजार रु. तक की बचत हुई है लेकिन पिछले 6 माह में विद्युत सरप्लस वाला छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कटौती का केंद्र बन गया है।
कोई ऐसा दिन नहीं होता जब बिजली दो-चार घंटे के लिये बंद न हो, रात में तो बिजली की स्थिति तो और भयावह हो जाती है, घंटो बिजली गोल हो जाती है। विधायक विक्रम मंडावी ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा से न सरकार संभल पा रहा और न ही व्यवस्थायें। वहीं जनपद उपाध्यक्ष एवं बीजापुर ब्लॉक प्रभारी मिच्चा मुतैया ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार ने गर्मी के दिनों में मांग बढ़ने पर दूसरे राज्यों से भी बिजली की खरीदी किया जाता था और आम जनता को 24 घंटा बिजली की आपूर्ति की जाती थी। रबी की फसल लगाने वाले किसानों को भी बोरवेल चलाने के लिए बिजली निःशुल्क मिलता था।
कांग्रेस की सरकार के दौरान बिजली आपूर्ति निर्बाध गति से चले इसके लिए ट्रांसफार्मर के पावर बढ़ाए गए थे, नए ट्रांसफार्मर लगाए गए थे। ट्रांसमिशनों को अपग्रेड किया गया। भाजपा की सरकार में 6 माह में ही बिजली की व्यवस्था चरमरा गई है, आम जनता सड़कों पर उतरकर बिजली की समस्या को लेकर आंदोलन कर रही हैं। धरनाप्रदर्शन में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर ने कहा कि सरकार एक तो पूरे समय बिजली नहीं दे पा रही, ऊपर से उपभोक्ताओं पर महंगी बिजली का बोझ डाल रही है।
भाजपा सरकार में आम जनता की मांग के अनुसार बिजली नहीं मिल रहा है। बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या से शहर और गांव की जनता जूझ रहे हैं। कांग्रेस की सरकार के दौरान 24 घंटा बिजली की आपूर्ति होती थी।
धरनाप्रदर्शन के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष बेनहुर रावतिया, उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लूर, वरिष्ठ पार्षद प्रवीण डोंगरे, कलाम ख़ान, बीजापुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष संतोष गुप्ता, युवा कांग्रेस के एजाज़ सिद्दीक़ी, ज़िला महामंत्री जितेंद्र हेमला, महेश बेलसरिया, कामेश मोरला, महिला कांग्रेस की ज़िला अध्यक्ष गीता कमल, पार्षद कविता यादव, पार्षद ललिता झाड़ी, दिनेश पुजारी, साहिल तिग्गा, ममता पाण्डे, ब्रिज कावरे, पाण्डु अल्लूर,एवं अनिल नक्का सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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