24 घंटे से क्षेत्र में ब्लैक ऑउट, व्यापारी और ग्रामीण हो रहे परेशान, मोबाइल इंटरनेट बंद, ऑनलाइन कार्य हुआ ठप्प, गर्मी से हुआ हाल बेहाल

(मिथलेश वर्मा)
सुहेला। क्षेत्र में 24 घंटे से विद्युत बाधित होने के कारण गर्मी में हाहाकार मचा हुआ है, आपको बता दे कि शुक्रवार शाम लगभग 4 बजे अचानक आई भारी बारिश के साथ तूफान के कारण सड़कों के किनारे और दुकानों में पेड़ों के गिरने की खबरें आने लगीं, और यह आंधी ने न केवल पेड़ों को तोड़ डाला बल्कि रोड पर पेड़ टूटकर गिर गए जो की बिजली तार पर भी गिरे ,जिससे यातायात बाधित हुए इसके अलावा, ग्रामीणों के घरों के छज्जे भी उखड़ गए । इस तेज आंधी और तूफान ने सुहेला छेत्र वाले भारी परेशान हुए बिजली बंद से ग्रामीण भरी परेशान हुए । पीने के लिए पानी लेने बस्ती से दूर बोरिंग से ग्रामीण महिलाएं, पुरुष पानी लिए ,वहा भी भीड़ में लाइन लगकर पानी लिए। कुछ लोग जेनरेटर चालू करके कुछ देर पानी चालू किए पानी लेने लोगो की भारी भीड़ देखी गई। ग्रामीणों ने बताया कि रात भर बिजली बंद रही ठीक से सो नहीं पाए बच्चो को बहुत परेशानी हुई कमरे के अंदर आग सा बहुत गर्मी था बाहर छत आंगन में सोए तो मच्छर से परेशान हुए, बिजली विभाग पिछले 4 महीनो से भी अधिक हो रहे हैं किसी भी सप्ताह लगातार बिजली सप्लाई ठीक नहीं दे पा रहे हैं , 10 वी 12 वी की परीक्षाओं के दौरान भी बिजली बंद हो जाती थी मेंटेनेंस चल रहा है कहकर कई कई घंटे बिजली भी बंद करके रखते थे , बिजली तार से लगे पेड़ की टहनियों को काटते है बताते थे फिर क्या हुआ की मानसून के एक तूफान आने मात्र से ही बिजली विभाग का मेंटेनेंस कार्य पता चल गया ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि अन्य ग्राम या शहर होते हैं जहां भारी से भारी तूफान आने पर भी कुछ देर बाद में ही बिजली प्रारंभ हो जाती है , बिजली मनुष्य का एक अभिन्न अंग सा है , बिजली बंद से समय का एक एक पल भारी सा बीतता है ऐसा लगता है जैसे 50 साल पुराने सदी में चले गए है। आज वर्तमान युग विज्ञान का युग कहा जाता है जो घंटो का कार्य सैकडों में कर दिया करता है जिसमे विभिन्न व्यस्थाओ या मशीनों का प्रयोग कर चंद घंटों मे समस्या का निराकरण किया जा सकता है चूंकि आज हर वर्ग किसान, ऑनलाइन प्रतियोगिता आदि परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थी, गृहिणी महिलाएं, बच्चे,बुजुर्ग सभी बिजली द्वारा संचालित मशीन से जुड़ा है जो उनके रोजमर्रा कार्य फिर चाहे वह पानी मशीन, , मोबाइल , इंटरनेट ,कंप्यूटर, कूलर, पंखा , खाना बनाने इंडक्शन, बैट्री स्कूटी, सीसी टीवी कैमरा आदि को प्रभावित करता है।
विभिन्न विभाग स्कूल, बैंक, हॉस्पिटल प्रभावित होते हैं। ग्रामीण अधिकांशतः बिजली विभाग में बिजली बिल समस्या, सर्विसिंग ,रीडिंग समस्या , बिजली कट समस्या , लेकर जाने पर वह अपने नियमों का हवाला देकर ,अपनी बात को सही बता देते हैं , और ग्रामीण उपभोक्ताओं को हर स्थिती परिस्थिति में चुप रहना पड़ता है कहा जाता है बिजली विभाग से नियमो में कोई नहीं जीत सकता है।
फिर भी शासन प्रशासन से अनुरोध है बिजली समस्या का निराकरण त्वरित हो उपाय करे। बिजली विभाग के जेई मनोज साहू ने फोन से बताया कि आंधी तूफान कारण लाइट बंद है सुहेला में लगभग 12 पोल टूटे हैं बहाल होने में समय लगेगा रानीजरोद में 132का बड़ा टावर गिरा है परकीडीह क्रेशर लाइन में ऊपर ही टावर गिर गया है सुहेला में जो टूटा है वह पार्टियली आधा आधा वह चालू हो जावेगा अभी एकाध घंटे में चालू हो जावेगा। ग्रामीणों की मांग है बिजली की समस्या का निराकरण अतिशीघ्र हो।