सर्वदलीय नागरिक कल्याण समिति के अध्यक्ष ने बीईओ के द्वारा की गई अनिमित्ता कि शिकायत कलेक्टर से किया, एसडीएम ने सीईओ और नायब तहसीलदार को बनाया जांच अधिकारी, बीईओ ने कहा नियमविरुद्ध हुआ कार्य

(हेमंत बघेल)
कसडोल। सर्वदलीय नागरिक कल्याण समिति कसडोल के अध्यक्ष राजेश कन्नौजे ने विकासखंड शिक्षा अधिकरी कसडोल पर अनिमित्ता का आरोप लगाते हुए जिले के कलेक्टर दीपक सोनी से शिकायत किया और जांच कर निलंबन करने की मांग किया है। इधर शिकायत पर एसडीएम कसडोल भूपेंद्र अग्रवाल ने जांच टीम गठित कर 1 सप्ताह के भीतर प्रतिवेदन देने को कहा है। आपको बता दे कि सर्वदलीय नागरिक कल्याण समिति के अध्यक्ष राजेश कन्नौजे ने डीएम को लिखें शिकायत में बताया कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी रमाकांत देवांगन द्वारा 4 माह पहले आदेश जारी किया था। जारी आदेश पत्र क्रमांक 7821 /स्था./गृ.भा. ग./निर्देश/2024 कसडोल दिनांक 14/03/2024 के तहत सर्व कर्मचारी संवर्ग बी.ई.ओ. डी.डी.ओ. (1920011) विकासखण्ड कसडोल गृह भाड़ाभत्ता के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी कर शासकीय कर्मचारी पति-पत्नि एक ही मकान में निवासरत है केवल एक ही को गृह भाड़ाभत्ता लाभ लेने की पात्रता होने की आदेश जारी किया गया था। मगर शिकायकर्ता ने बताया कि 04 माह बीत जाने के बाद भी अपनी आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है और आज दिनांक तक एक साथ एक ही मकान में रह रहें पति-पत्नि और शिक्षक-शिक्षिकाओं से गृह भाड़ा भत्ता नहीं काटने के एवज में व्यक्तिगत लाभ लेकर गृह भाड़ाभत्ता लगातार भुगतान करवाया जा रहा है। वहीं विकासखण्ड कसडोल के अंतर्गत लगभग 100 शिक्षक शिक्षिकाएँ पति-पत्नि एक साथ एक ही मकान में रह रहें है एवं बीईओ श्री देवांगन द्वारा शासन को आर्थिक रूप से चूना लगाया जा रहा है। श्री कन्नौजे ने आगे आरोप लगाते हुये कहा कि बीईओ श्री देवांगन द्वारा वर्तमान में कई शिक्षक-शिक्षिकाओं का निजी स्वार्थ के चलते मूल शाला से अन्यत्र शाला दर्जनों शिक्षक शिक्षिकाओं का व्यवस्था किया गया है, इसके पूर्व भी लगभग 50 कर्मचारियों का व्यवस्था किया गया है, लगभग कई माह बीत जाने के बाद भी मूल शाला में वापसी नहीं हुई है। साथ ही व्यवस्था के तहत किये गये शिक्षक-शिक्षिका के द्वारा शाला में लगातार अनुपस्थित रहने के बावजूद भी उनसे श्री देवानंद द्वारा निजी स्वार्थ के चलते उनका नियमित वेतन भुगतान किया जा रहा है जिसमें बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है तथा शिक्षा का स्तर दिन-ब-दिन गिरता जा रहा है वही व्यवस्था केवल एक स्कूल में की जाती है लेकिन मूल पद पर कई वर्ष बीत जाने के पश्चात भी वापसी नहीं हुई है जिसमें श्री देवांगन द्वारा निजी लाभ से इनकार नहीं किया जा सकता।
श्री देवांगन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सुरबाय विकासखंड कसडोल में पदस्थ शिक्षक एलबी संतराम अजय द्वारा पैर फैक्चर हो जाने के कारण दिनांक 3/10/2023 से 12/10/2023 तक मेडिकल अवकाश पर था उनके द्वारा आवेदन भी प्रस्तुत किया गया था जिसमें आवेदक द्वारा उपरोक्त आवेदन 20/12/ 2023 को दिया गया था जिसको श्री देवानंद द्वारा उपरोक्त आवेदन 21/12/2023 को धनेंद्र देवांगन को मार्किंग किया गया था लेकिन मेडिकल छुट्टी को 3/10/2023 से 12/12/2023 तक आवेदन को गलत तरीके से बाद में स्वीकृत किया गया है इनके द्वारा रेगुलर लगातार वेतन आहरण कराया गया है, श्री कन्नौजे ने आगे कहा कि शासन को चूना लगाकर स्कूल नहीं आने वाले कर्मचारियों का पूरा वेतन जारी कर लाभ लेकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले अधिकारी की जांच कर तत्काल कारवाई करने की मांग किया है। साथ ही प्रशासन को चेताया कि यदि 15 दिनों के भीतर कार्रवाई व्यवस्था के सुधार नहीं की गई तो उसके पश्चात कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कसडोल के सामने जनहित में सर्वदलीय नागरिक कल्याण समिति द्वारा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी संपूर्ण जवाब देगी शासन प्रशासन की होगी।
1 सप्ताह में देना था रिपोर्ट, बीत गया सप्ताह
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कसडोल भूपेंद्र अग्रवाल ने बीईओ रमाकान्त देवांगन के द्वारा की गई अनियमितता की जांच 07 अगस्त को इस मामले पर जनपद सीईओ हिमांशु वर्मा और नायब तहसीलदार सी के सिन्हा को जांच अधिकारी बनाया था साथ ही 7 दिवस के भीतर जांच रिपोर्ट देने की बात कहा था लेकिन शिकायतकर्ता की माने तो आज 20 दिवस अतिरिक्त हो जाने के बावजूद भी न ही जांच किया गया न ही कोई रिपोर्ट एसडीएम को जांच अधिकारियों द्वारा सौंपा गया है।
इनका कहना है…
व्यवस्था के सम्बंध में विकासखंड कसडोल में 53 स्कूल एकल शिक्षक स्कूल है, साथ ही 8 स्कूल शिक्षक विहीन है, मैंने द्वारा पिछले सत्र और इस सत्र मिलकर लगभग 16 शिक्षकों की व्यवस्था किया है, चिकित्सा अवकाश के सम्बंध में अनफिट और फिटनेस की उपस्थित के आधार पर ही वेतन बनाया जाता है, मकान भत्ता मेरे द्वारा ही वरिष्ठ कार्यालय के दिशा निर्देश पर नियम निकाला गया है, मेरे द्वारा किसी प्रकार का नियमविरुद्ध कार्य नही किया गया है, मेरे खिलाफ शिकायत अगर हुआ है तो जांच होने के बाद सभी स्पष्ठ हो जाएगा। अगर जांच में नियमविरुद्ध नही निकला तो मैं जांच उपरांत मानहानि का लीगल नोटिस भेजूंगा।
रमाकान्त देवांगन, बीईओ, कसडोल
इस संबंध में जानकारी के लिए जब एसडीएम को कॉल किया गया तो रिसीव नही किया गया।