ग्राम नगरदा के मनदीप में आदि कर्मयोगी योजना से हुए कार्य की शिकायत प्रधानमंत्री से, राशि की पारदर्शिता और नियमविरुद्ध हुए उपयोग की जांच मांग
(हेमंत बघेल)
कसडोल। विकासखंड कसडोल अन्तर्गत ग्राम पंचायत नगरदा के ग्राम मनदीप की ललित कुमारी भोई ने देश के प्रधानमंत्री को शिकायत कर मांग किया है, भोई ने शिकायत में कहा कि ग्राम मनदीप में “आदि कर्मयोगी योजना’ जैसी प्रेरणादायी पहल का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुँचाना है, जिससे हर जनजाति परिवार आत्मनिर्भर बने, युवाओं को रोजगार मिले, बच्चों को शिक्षा मिले और मातृशक्ति को सम्मान व सुरक्षा प्राप्त हो।
शिकायत में भोई ने आगे कहा कि ग्राम मनदीप हेतु ‘आदि कर्मयोगी योजना के अंतर्गत 02 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। दिनांक 2 अक्टूबर को ग्राम पंचायत नगरदा में इस योजना से संबंधित एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें मैं स्वयं उपस्थित थी। उस बैठक में सचिव, सरपंच और पंचों द्वारा मोबाइल में पूर्वनिर्धारित सूची से अपनी मनमानी से माँगें तैयार की गई और उन्हें बिना ग्रामवासियों की सहमति के पढ़कर सुनाया गया। ग्रामवासियों के बास्तविक सुझावों और आवश्यकताओं को उस सूची में सम्मिलित नहीं किया गया। इस बैठक में ग्राम मनदीप से केवल 5-6 लोग ही उपस्थित थे। बैठक के कुछ दिन बाद जब सूची की जानकारी मिली, तो मैंने स्वयं ग्राम की सभी गहिलाओं से जानकारी ली। अधिकांश महिलाओं एवं ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें ‘आदि कर्मयोगी योजना” की बैठक या उसकी जानकारी नहीं थी। इस बात के प्रमाणस्वरूप उनके हस्ताक्षर भी मेरे पास उपलब्ध है, ग्राम विकास के लिए मेरे द्वारा तैयार की गई प्राथमिकता सूची पर सभी ग्रामवासी सहमत हैं। मीटिंग के दौरान मेरे साथ अपमानजनक व्यवहार भी किया गया जिसे मैं क्षमा करती हूँ परंतु यह स्पष्ट है कि पंचायत स्तर पर पारदर्शिता की कमी है। सरपंच अभी अनुभवहीन हैं और समाज के व्यापक हित की समझ सीमित है। उनके निजी स्वार्थ के कारण योजना की राशि का राही उपयोग नहीं हो पाएगा। उदाहरण के लिए रूपधर घर से स्कूल तक का सीसी रोड पहले ही पंचायत या विधायक निधि से बन रहा है, फिर भी उसी कार्य को ‘आदि कर्मयोगी योजना की सूची में पुनः शामिल किया गया है। इसके प्रमाण स्वरूप मेरे पास संबंधित फोटो उपलब्ध हैं।
“शिकायत के माध्यम से किया मांग”
श्रीमती भोई ने मांग किया कि मनदीप हेतु स्वीकृत 02 करोड राशि के उपयोग की विस्तृत जांच कराई जाएं। साथ ही राशि को शिकायतकर्ता के खाते में जमा करने या प्रत्यक्ष रूप से चेक के माध्यम से प्रदान की कृपा करें, ताकि अपने कर्म से ग्राम गनदीप को आदर्श ग्राम के रूप मेंविकसित कर सकें और आपके “आदि कर्मयोगी भारत के सपने को साकार कर सकूँ। शासन द्वारा अगर राशि दिया गया तो यह राशि ग्राम के वास्तविक विकास कार्यों जैसे। शिक्षा, स्वास्थ्य, जल व्यवस्था, महिला स्वावलंबन, एवं रोजगार सृजन में पारदर्शिता के साथ उपयोग की जाएगी। इधर इस शिकायत पर गंभीर विषय को तत्काल संज्ञान में लेकर निष्पक्ष जांच कराने के अलावा ग्राम मनदीप के विकास में किसी भी प्रकार की धांधली या भ्रष्टाचार न हो इसकी मांग भी किया गया।
इनका कहना है….
ग्राम नगरदा का आश्रित ग्राम मनदीप आदिवासी ग्राम घोषित है, आदि कर्मचारी योजना के तहत अभी तक एक रुपया भी मिला नही है, हाल ही ग्राम पंचायत भवन में मीटिंग हुआ तो मेरे द्वारा प्रस्ताव में लिखित कार्य को पढ़कर सुनाया गया था साथ ही ललित कुमारी से बाकायदा पूछा था और बोला भी गया था कि त्रुटि देख लीजिये। जब पैसा मिला ही नही तो कही भी धांधली या भ्रष्टाचार की बात या शिकायत करना गलत बात है। जो भी राशि मिलेगा नियम से ही कार्य किया जायेगा।
मुकेश नंद, सरपंच, ग्राम नगरदा
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