गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ डाॅ शिवकुमार श्रीवास एवं डाॅ नीरामणी श्रीवास नियति की छंबद्ध, 142 साहित्यकारो ने मिलकर बनाया

(हेमंत बघेल)

कसडोल। बीते दिवस छंबद्ध भारतीय संविधान पुस्तक विमोचन व सम्मान समारोह का आयोजन हिन्दी भवन नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ। जिसमें पद्मश्री डाॅ श्याम सिंह शशि पुलिस प्रशासनिक अधिकारी गृह मंत्रालय, डाॅ सुरेश सिंह पूर्व न्यायधीश, डाॅ संतोष खन्ना वरिष्ठ साहित्यकार, डाॅ रामसिंह, डाॅ शकुन्तला कालरा कवि एवं पत्रकार चेतन आनंद आजतक एडिटर पंकज शर्मा गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के भारत प्रमुख आलोक कुमार की उपस्थिति में विश्व के प्रथम छंदबद्ध भारतीय संविधान पुस्तक विमोचन में डाॅ शिवकुमार श्रीवास शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोसमसरा (क) एवं शासकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय कसडोल में पदस्थ शिक्षिका डाॅ नीरामणी श्रीवास नियति को छंदबद्ध संविधान पुस्तक में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 37 से 38 तक एवं अनुच्छेद 115 से 117 पर रोला, दोहा छंद में काव्य सृजन सहयोग हेतु प्रतिक चिन्ह, प्रमाण पत्र प्रदान कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया। इस पुस्तक में विश्व के प्रथम छंदबद्ध संविधान में 395 अनुच्छेद 22 भागों में विभाजित 12 अनुसुचियां जो 2110 दोहे 422 रोला 26 अन्य छंद बद्ध कालजयी काव्य ग्रंथ समाहित हैं। इसमें डाॅ इंद्राणी साहू सांची, डाॅ माधुरी डडसेना, डाॅ रामनाथ धन की सहित 18 राज्यों सहित चार अन्य देशों के साहित्यकार शामिल हुए इस काव्य में 142 साहित्यकार सदस्य त्रयसंम्पादक मंडल जिसमें प्रमुख संपादक डाॅ ओंकार साहू मृदुल, सह संपादक डाॅ सपना दत्ता सुहानी सह संपादक डाॅ मधुशंखधर स्वतंत्र जनजागरण समिति प्रेमनगर के अध्यक्ष डॉ रुपेश कुमार साहू का अथक प्रयास से यह छंद बद्ध भारतीय संविधान गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हैं। डाॅ शिवकुमार श्रीवास एवं डाॅ नीरामणी श्रीवास नियति के सम्मानित होने पर जिलाधिकारी आदरणीय भारतीय सहायक संचालक आदरणीय के.के गुप्ता आदरणीय बी.आर.पटेल मराठी सह विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री रमाकांत देवांगन वरिष्ठ पत्रकार  साहेब लाल साहू नरेंद्र देवदास, मनोज साहू डाॅ गन्नूराम यादव एवं इष्ट मित्रों ने बधाई एवं अनंत शुभकामना दी है।

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