सोनाडीह सीमेंट प्लांट के खिलाफ किसान करेंगे उग्र आंदोलन क्षेत्र के किसान, मजदूर और बेरोजगारों की उपेक्षा कर रहे जिले की औद्योगिक इकाइयाँ – इन्द्र साव

(सरिता ध्रुव)

भाटापारा- सोनाडीह सीमेंट प्लांट द्वारा 2015 में निर्मित रेल्वे लाईन में पुलिया निर्माण नहीं होने से मोपकी, धनेली, चंदेली, सिल्वा, मोपका, बकुलाही, धौराभाठा, भरतपुर, भोथीडीह, खपरी एवं निपनिया सहित ग्यारह गांव के किसान भाटापारा शाखा नहर का पर्याप्त लाभ नहीं ले पा रहे है। कृषि कार्य से वंचित हो रहे है। ज्ञात हो विधायक इन्द्र साव ने किसानों की मांगों पर नहर विभाग के अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण किया गया तो हतप्रभ रह गये। अधिकारियों से मिली जानकारी पर पता चला कि यह मामला 2015 की है। जब निको विस्टा कार्प लिमिटेड सोनाडीह सीमेंट प्लांट द्वारा निर्मित रेल्वे लाईन में भाटापारा शाखा नहर के बांयी अंतिम छोर वितरक नहर प्रणाली केनाल क्रॉसिंग स्ट्रक्चर्स (पुलिया) का निर्माण ही नहीं किया गया है। अधिकारियों के द्वारा कई बार पत्रचार एवं स्थल निरीक्षण कर चारों क्रांसिंग स्थलों पर पुलिया निर्माण की मांग पत्र प्रेषित की गई। लेकिन सोनाडीह सीमेंट प्लांट द्वारा विगत दस वर्षों से क्षेत्र की आम जनता एवं किसानों के साथ छल किया है। विधायक इन्द्र साव ने स्थल निरीक्षण कर बताया कि भाटापारा शाखा नहर के बांयी अंतिम छोर वितरक नहर की रेलवे क्रॉसिंग पर चार स्थलों पर जो कि आर डी. 1980 मी., आर डी. 2540 मी., आर. डी. 3930 मी. एवं खपरी माइनर के, आर डी. 2810 मी. से 2850 मी. के मध्य रेलवे साइडिंग में पुलिया का निर्माण ही नही किया गया, जिसके कारण नहर का पानी अंतिम छोर के लिए अवरुद्ध है सीमेंट प्लांट की हठधर्मिता से क्षेत्र के किसान भारी आक्रोशित है। विधायक इन्द्र साव ने कहा सोनाडीह सीमेंट मेनेजमेंट से बात करने पर संबंधित प्लांट अधिकारी अनुत्तरीत रहे उनके पास कोई जवाब नहीं है। विधायक इन्द्र साव ने कहा की प्रभावित ग्यारह गावं के किसानों से बैठक कर, रेलवे क्रासिंग पर पुलिया निर्माण, क्षेत्रीय बेरोजगारों की उपेक्षा एवं फाउंडेशन के माध्यम से पर्याप्त विकास कार्य नही किये जाने सम्बन्धी विषय पर समीक्षा कर उग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जायेंगी।