एफएलएन सह नवा जतन वारियर्स का हुआ सम्म्मान, शिक्षकों ने एफएलएन का लिया था चैलेंज, शिक्षक योगेश्वर हुए सम्मानित

(मानस साहू)
कसडोल। प्रदेश से 100 एफएलएन सह नवा जतन वारियर्स का सम्म्मान SCERT के दिशा निर्देश पर शनिवार को रायपुर के आँजनेय यूनिवर्सिटी विधानसभा रोड नरदहा मे संपन्न हुआ। इसी कड़ी मे सबसे पहले फरवरी माह मे पुरे राज्य से सभी शिक्षकों से ऑनलाइन फॉर्म भरवाया गया।
जिसमे मात्र पुरे प्रदेश से 1500 शिक्षकों ने ही इसमें रूचि दिखाते हुए FLN चैलेंज को स्वीकार किया। इसके बाद मार्च माह मे SCERT नोडल अधिकारी और डाइट टीम द्वारा ऑनलाइन आंकलन किया गया। जिसमे 500 स्कूल ही इस भाषा, गणित के बुनियादी समझ मे खरे उतरे। ऑनलाइन आंकलन होने के बाद पूरी टीम एक बार फिर सघन आँकलन करने के लिए प्रत्येक स्कूल ऑफलाइन आये। जिसमे SCERT के नोडल टीम, डाइट टीम, जिला व विकासखंड से टीम सम्बंधित स्कूल आये और बच्चों से रूबरू होकर फाउंडेशन लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी भाषा और गणित के बुनियादी समझ से सम्बंधित आंकलन किये जिसमे पुरे राज्य से मात्र 100 स्कूल ही इस लक्ष्य को प्राप्त कर पाए। इसी कड़ी मे विकासखंड कसडोल के शासकीय प्राथमिक शाला टेमरी मे भी ऑनलाइन के बाद, ऑफलाइन आंकलन हुआ, जिसमे कक्षा पाँचवी के बच्चों ने भाषा, गणित के बुनियादी सवालों और दक्षता को हासिल कर लिया क्योंकि यहाँ बच्चे सभी नवा जतन पद्धति से पढ़ाई करते है जैसे ग्रुप लर्निंग, पियर लर्निंग, गली मित्र, विषय मित्र नवा जतन के सात सशक्त बिंदु जिसमें बच्चों को स्वयं से सीखने के लिए प्रेरित करना साथ ही स्वयं से और अधिक तेज गति से सीखने के लिए चुनौती देना, इसके अलावा विषय मित्र बनाये ग्रुप लर्निंग, पियर लर्निंग, गली मित्र, बच्चों के जिज्ञासु रवैये का सम्मान करे। सीखने मे प्राद्योगिकी का उपयोग सेल्फी विथ सक्सेस का नियमित उपयोग कर सीखने की गति को बढ़ाना, साथ ही शिक्षक लेखन अनुभव की आदत डालना। इन्ही सब बातो का समावेश कर स्कूल के बच्चे इस FLN सह नवा जतन के आंकलन मे सफल हुए शिक्षक योगेश्वर कुमार साहू ने बताया कि बच्चे जब से नवा जतन का उपयोग कर रहे है तब से इनमे अलग परिवर्तन आया है बच्चों कि आत्मविश्वास मे गजब का इजाफा हुआ है।
पुरे जिले से मात्र दो स्कूलों का चयन ही इस वारियर्स सम्मान के लिए हुआ। जिसमे कसडोल विकासखंड से एक मात्र विद्यालय शासकीय प्राथमिक शाला टेमरी और भाटापारा स्कूल से सुमा शामिल है, कार्यक्रम की शुरुवात माँ सरस्वती के पूजा अर्चना से आरम्भ हुआ जिसमे मुख्य अतिथि के रूप मे ऋतुराज रघुवंशी संचालक SCERT व अध्यक्षता डॉ योगेश शिवहरे अतिरिक्त संचालक लोक शिक्षण संचालनालय छ ग, विशिष्ट अतिथि आशुतोष चावरे उपसंचालक लोक शिक्षण संचालनालय छ ग FLN प्रकोष्ठ सुनील मिश्राजी, शबनम खान जी (SCERT छ ग) , इस दौरान श्री शिवहरे ने कहा की शिक्षक जब तक बच्चों से रूबरू जुड़ेंगे नही तब तक हम कक्षा का बेहतर संचालन नही कर सकते। उन्होंने आगे कहा कि हमें अपनी क्षमता को पहचाना होगा। चावरे जी ने अपनी बातो मे कहा कि आदिकाल से हमारी शिक्षा बेहतर थी लेकिन विदेशी आक्रमणकारियो ने हमारी शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। नई शिक्षा नीति 2020 मे 2027 तक FLN लक्ष्य को प्राप्त करना है। NEP (new education policy) शिक्षा मे जिन चीजों का जिक्र करता है वह NEP के पृष्ठ क्रमांक 03, NCF -FS के पृष्ठ क्रमांक 89 और 91 पूरी तरह स्पष्टता प्रदान करता है। इस कार्यक्रम को पूरी तरह राज्य रिसोर्स शिक्षक परिवार (scert) ने तैयार किया था पुरे राज्य से 100 शिक्षकों को सेलेक्ट करना इतना आसान नही था लेकिन टीम की कड़ी मेहनत और लगन ये कर दिखाया इसमें राजकुमार जलतारे, दीपेश पुरोहित, कविता देवांगन, रीता मण्डल, नीता सार्वा, राजमोहन का अमूल्य योगदान रहा। इसी कड़ी मे जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय, सहायक संचालक के. के गुप्ता, जिला पैडागाजी प्रमुख जहीर अब्बास विकासखंड शिक्षा अधिकारी ए. के ध्रुव आर. के देवांगन, ABEO नीलमनी साहू BRCC कसडोल सभी ने उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें दिया है