श्रमिक यूनियन की हड़ताल के बाद श्री सीमेंट ने किया लॉकआउट की घोषणा, रायपुर प्लांट को अनिश्चित काल के लिए किया गया बंद
(देवेश साहू)
बलौदाबाजार। श्री सीमेंट लिमिटेड ने रायपुर स्थित अपने सीमेंट प्लांट को अनिश्चित काल के लिए पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया है। यह फैसला श्रमिक यूनियन द्वारा जारी गैरकानूनी हड़ताल के कारण पैदा हुई गंभीर बाधाओं के बाद लिया गया है, जबकि इस संबंध में क्षेत्रीय श्रम आयुक्त द्वारा पहले ही सलाह दी जा चुकी थी। यह निर्णय बहुत दुख के साथ और हड़ताल पर बैठे यूनियन के साथ आपसी सहमति से समाधान निकालने के सभी प्रयासों के बाद लिया गया है। गौरतलब है कि पिछले कई हफ्तों से श्री मजदूर सीमेंट संघ (INTUC) के बैनर तले कुछ ठेका श्रमिक प्लांट के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं।
इसमें प्लांट के गेट बंद करना, लोगों और सामान की आवाजाही रोकना और ऐसी स्थिति बनाना शामिल है, जिससे सामान्य संचालन प्रभावित हुआ है। इसके कारण प्लांट में श्रमिकों की भारी कमी हो गई है और सीमेंट उत्पादन के लिए जरूरी चूना पत्थर (limestone) भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इससे प्लांट का संचालन गंभीर जोखिम में आ गया है। यूनियन की ओर से ठेका श्रमिकों और कर्मचारियों को डराने धमकाने के कारण असुरक्षित माहौल भी बना है और औद्योगिक शांति भंग हुई है। श्री सीमेंट ने बातचीत और कानूनी सुलह प्रक्रिया के जरिए समस्या सुलझाने के लिए कई बार ईमानदार प्रयास किए। कंपनी लगातार सकारात्मक और जिम्मेदार तरीके से बातचीत करती रही, लेकिन इस प्रक्रिया से कोई नतीजा नहीं निकल पाया। यूनियन ने बार बार अपनी मांगें बदलीं। जो मांगें रखी जा रही हैं, वे कंपनी के लिए स्वीकार्य नहीं हैं और पहले से हुए समझौतों के खिलाफ हैं। इस कारण इस समय किसी स्थायी समाधान की संभावना नहीं बची है, कंपनी यह मानती है कि इन घटनाओं का असर सभी हितधारकों पर पड़ता है, जिसमें कर्मचारी, वे कामगार श्रमिक जो हड़ताल में शामिल नहीं हैं, विक्रेता, ट्रांसपोर्टर, सहायक उद्योग और पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था शामिल हैं। इस बाधा के कारण कंपनी को भी बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है, क्योंकि चूना पत्थर और तैयार माल की ढुलाई संभव नहीं हो पा रही है। इसका असर राज्य के राजस्व पर भी काफी बड़ा पड़ रहा है। लगातार काम में रुकावट और प्लांट को सुरक्षित और कानूनी तरीके से चलाने में असमर्थता के कारण कंपनी के पास यह कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
श्री सीमेंट सभी लागू कानूनों का पालन करने और निष्पक्ष श्रम प्रथाओं के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। कंपनी को उम्मीद है कि जल्द ही एक ऐसा समाधान निकलेगा जो कानूनी हो, संतुलित हो और उद्योग, श्रमिकों तथा राज्य की अर्थव्यवस्था के दीर्घकालिक हित में हो, ताकि सुरक्षित और अनुकूल माहौल में प्लांट का संचालन फिर से शुरू किया जा सके।


