प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटगी में पहली बार उपलब्ध कराई गई अत्याधुनिक जांच एवं विशेषज्ञ सेवाएँ, 1098 मरीजों की हुई जांच

(मानस साहू)

बलौदाबाजार। स्वास्थ्य विभाग बलौदाबाजार द्वारा आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटगी में जिला स्तरीय मेगा हेल्थ कैम्प का भव्य आयोजन किया गया। इस शिविर में जिलेभर से आए सैकड़ों नागरिकों ने विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाओं का लाभ उठाया।

 

इस अवसर पर स्त्री रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ (MD), शल्य चिकित्सक (MS Surgery), हड्डी रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ एवं फिजियोथेरेपी विशेषज्ञ की सेवाएँ उपलब्ध कराई गईं। मरीजों ने अपने रोगों के लिए विशेषज्ञ परामर्श, उपचार एवं जांच की सुविधा प्राप्त की।

विशेष उल्लेखनीय बात यह रही कि जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर पहली बार अत्याधुनिक जांच सुविधाएँ उपलब्ध कराई गईं। इसमें सोनोग्राफी, फंडस कैमरा जांच, एक्स-रे एवं फिजियोथेरेपी सेवाएँ शामिल रहीं। इन सेवाओं ने ग्रामीण अंचल के मरीजों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएँ उनके नजदीक ही सुलभ कराईं।

 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश अवस्थी ने बताया कि इस तरह के शिविरों का उद्देश्य ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ कराना है, ताकि मरीजों को बड़े शहरों तक न जाना पड़े। स्वास्थ्य विभाग बलौदाबाजार द्वारा आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कटगी में जिला स्तरीय मेगा स्वास्थ्य शिविर का सफल आयोजन किया गया। इस शिविर में कुल 1098 मरीजों ने पंजीयन कर विशेषज्ञ परामर्श और उपचार का लाभ उठाया।

इस अवसर पर जिले के प्रतिष्ठित चिकित्सकों ने अपनी सेवाएँ दीं, जिनमें –

 

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. करुणा यादव द्वारा 64 सोनोग्राफी की गई।

 

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना भेले द्वारा 153 गर्भवती महिलाओं की जाँच की गई।

 

हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्याण कुरुवंशी द्वारा 62 मरीजों की जाँच कर 2 मरीजों को तत्काल प्लास्टर लगाया गया।

 

नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजली द्वारा 82 मरीजों का नेत्र परीक्षण किया गया, जिनमें 14 मोतियाबिंद (कैटरैक्ट) मरीज पाए गए एवं 30 हितग्राहियों को चश्मा वितरित किया गया।

ENT विशेषज्ञ डॉ. राजेंद्र माहेश्वरी ने 34 मरीजों का परीक्षण किया।

 

MS Surgery विशेषज्ञ डॉ. योगेश शर्मा द्वारा 23 मरीजों की जाँच की गई, जिनमें एक बच्चे को हाइड्रोसील की समस्या पाई गई।

 

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. के. के. टेभुरने ने 41 बच्चों का परीक्षण किया, जिनमें एक बच्चे में बाल लकवा का संदेह और 2 बच्चों में जन्मजात मस्तिष्क विकृति पाई गई। इन बच्चों का उपचार चिरायु योजना के अंतर्गत कराया जाएगा।

 

फिजियोथेरेपिस्ट श्री गणेश वर्मा ने 21 मरीजों को उपचार दिया।

 

दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. सुप्रीत शिरोलकर ने 19 मरीजों का उपचार किया।

 

MD मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. एस. आर. बंजारे द्वारा 74 मरीजों की जाँच की गई, जिनमें 2 महिलाओं में लकवा पाया गया (एक को प्रसव पश्चात् लकवा हुआ)।

 

इस दौरान एक कुष्ठ रोगी की भी पहचान की गई।

 

 

विशेष उपलब्धियाँ :

 

आयुष्मान कार्ड – 27 हितग्राहियों के बनाए गए।

 

BP जांच – 712 मरीजों की की गई।

 

शुगर जांच – 632 मरीजों की की गई।

 

“Truenaat जाँच – 36 मरीजों का किया गया”

 

खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. रविशंकर अजगल्ले ने बताया की स्थानीय नागरिकों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

श्रीमती सृष्टि शर्मा जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने बताया कि आगे भी समय-समय पर ऐसे मेगा हेल्थ कैम्प आयोजित किए जाएंगे, ताकि मरीजों को बड़े शहरों में भटकना न पड़े और बेहतर इलाज स्थानीय स्तर पर ही मिल सके।

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