विधानसभा में गलत जानकारी देना पड़ा महंगा , मंत्री के निर्देश पर 5 अधिकारी कर्मचारी सस्पेंड , पामगढ़ विधायक शेषराज हरबंश ने विधानसभा में इस मामले की मांगी थी जानकारी

(पंकज कुर्रे)

RAIPUR 22 मार्च 2025। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान गलत जवाब देने मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। इस मामले में 5 अधिकारी-कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है।

दरअसल विधायक शेषराज हरवंश द्वारा इंदिरा निकुंज माना रोपणी में संचालित कुंवारादेव महिला स्व सहायता समूह के कार्य संचालन के संबंध में विधानसभा में जानकारी मांगी थी। इस सवाल के जवाब में मंत्री केदार कश्यप को जो जवाब विभाग की तरफ से दिलाये गये, वो गलत थे। जिसे गंभीरता से लेते हुए मंत्री केदार कश्यप (Minister Kedar Kashyap) ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख को जांच करने का निर्देश दिया था।

साथ ही इंदिरा निकुंज माना रोपणी में संचालित कुंवारादेव महिला स्व सहायता समूह के संबंध में विस्तृत जांच कर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु निर्देश दिए हैं। वनमंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव की अध्यक्षता में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक नावेद शुजाउद्दीन (Patron Naved Shujauddin) तथा मुख्य वन संरक्षक रायपुर वृत्त, रायपुर, राजू अगासिमनी सदस्यों द्वारा तत्काल जांच समिति गठित की गयी थी। जांच में ये पाया गया कि जवाब में कई तथ्यों को छुपाया गया था।

तथ्यों को छुपाने एवं गलत जानकारी प्रस्तुत करने वाले दोषी अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए रायपुर वनमंडल के रायपुर परिक्षेत्र अधिकारी सतीश मिश्रा,(Officer Satish Mishra) माना नर्सरी प्रभारी वनपाल तेजा सिंह साहू,(Teja Singh Sahu) वनमंडल कार्यालय के सहायक ग्रेड-02 अविनाश वाल्दे और प्रदीप तिवारी, परिक्षेत्र कार्यालय के लिपिक अजीत ड़डसेना को तत्काल प्रभाव से निंलबित किया गया।

वनमंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल एवं उप वनमंडलाधिकारी विश्वनाथ मुखर्जी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही शासन स्तर पर करने हेतु पत्राचार करने निर्देशित किया है। मंत्री ने वन विभाग के समस्त अधिकारियों को भविष्य में इस प्रकार की गलती दोबारा न करते हुए विधानसभा से संबंधित प्रश्नों की जानकारी सत्य एवं निष्ठापूर्व भेजने की हिदायत दी है।

माननीय वन मंत्री केदार कश्यप ने विभाग से संबंधित शासन स्तरीय पत्राचार, आडिट कंडिका एवं योजनाओं से संबंधित सभी जानकारी सत्यता के साथ समय सीमा में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। और कहा है कि विभाग में चल रही समस्त जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रदेश की अंतिम छोर प्रचार-प्रसार कर आम जनता तक पहुंचा के निर्देश दिए है जिससे जिससे शासन के प्रति जनता का विश्वास बना रहे।