कसडोल ब्रेकिंग न्यूज: फर्जी प्रमाण पत्र से हथियाली नौकरी, शिक्षा विभाग में दे रहा सेवा, शिकायत के बावजूद कार्रवाई ठन्डे बस्ते में, जांच की आंच से कोषों दूर मुन्नाभाई…

(हेमंत बघेल)

कसडोल। एक तरफ प्रदेश की भाजपा सरकार फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार पर कठोर कार्यवाही का दावा करती है तो दूसरी ओर विभाग के ऊँचे औदे मे बैठे अधिकारी तमाम शिकायतों के बावजूद कार्यवाही ना करना सरकार की मंशा को कटघरे मे खड़ा कर देता है दूसरी तरफ ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी वरिष्ठ अधिकारी की सह पर तमाम तरह के कारनामे रचते रहते है जिसे कोई चाह कर भी कुछ नही कर पाता है तभी तो दर्जनो शिकायतों के बावजूद आज भी चंदराम यादव जैसे भ्रष्ट और फर्जी कर्मचारी जमे हुयें है अचरज की बात यह है कि यहाँ फर्जी प्रमाण पत्र के भरोसे ये कर्मचारी आज ट्रांसफर होकर गृह ग्राम पहुँचेकर साम्राज्य चला रहे है लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी ने कठोर कार्रवाई करने के लिये जहमत नही उठाई, जिसके कारण ये कर्मचारी आज शासन के पैसों का बंदरबांट करने में लगे हुये है।

9 माह से हो रहा शिकायत

बीते 9 माह से कसडोल विकासखंड के ग्राम बरेली के शिकायतकर्ता राजेन्द्र कुमार यादव पूरे सबूतों का गट्टा लिए राज्यपाल, शिक्षा मंत्री, कलेक्टर, सीईओ, जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी तक शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे नौकरी कर रहे चंदराम यादव के खिलाफ शिकायत की लेकिन आज तक प्रशासन ने आश्वासन और जांच के शिवा किसी प्रकार की कार्रवाई नही की जिससे आज शिकायतकर्ता प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहा है।

यह था शिकायत

शिकायतकर्ता ने अधिकारियों को दिए पत्र में बताया कि कसडोल विकासखंड के ग्राम दलदली के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में पदस्थ शिक्षाकर्मी वर्ग-2 चंदराम यादव ने शासन को गलत जानकारी और कूटरचना कर शासकीय पद को प्राप्त किया है, जिस बीएससी की अंकसूची का 1800 में 1210 अंक 67.22 प्रतिशत को आधार मानकर उनकी नियुक्ति की गई है, वह पूरी तरह फर्जी है। जबकि शिकायतकर्ता को सूचना का अधिकार से मिली जानकारी में चंदराम यादव का बीएससी के वास्तविक अंकसूची पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के अन्तर्गत संचालित शासकीय दौलत राम महाविद्यालय कसडोल से 2001 में बीएससी तृतीय वर्ष की परीक्षा दिलाया है जिसमें 1800 में 880 अंक 48.88 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ है। जो कि वास्तविक है लेकिन शिक्षाकर्मी चंदराम यादव शासन को गुमराह कर शिक्षक जैसे शासकीय पद में नौकरी कर रहा है। जिस पर तत्काल बर्खास्त कर मामला दर्ज कराने की मांग शिकायतकर्ता ने किया है।

शिकायतों की लंबी फेहरिस्त

ज्ञात हो की जबसे शिक्षाकर्मी चंदराम यादव ने नियुक्ति ली तबसे उनकी मार्कशीट को लेकर विरोध होता नजर आ रहा है लेकिन मोटी पकड़ बना चुके ये मुन्नाभाई ने जिस तरह विभागीय अधिकारियों से लेकर शासन प्रशासन को गुमराह करने का काम किया उससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है की आज दर्जनों शिकायत के बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नही हो पाई है।

बीईओ ने जिला सीईओ जांजगीर को लिखा पत्र
फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी हाशिल करने की शिकायत के बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी कसडोल ने अपने पत्र कमांक /124/शिका०/ नि.च.सू. / सत्या. / 2024, कसडोल, दिनांक 02/05/2024 ने शिकायतकर्ता राजेन्द्र कुमार यादव ग्राम पोस्ट बरेली द्वारा चंदराम यादव शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला दलदली के विरूध्द शासन को गलत जानकारी देकर व सही साक्ष्य छुपाकर शासकीय पद की लालसा में अनैतिक व अव्यवहारिक आचरण कर शासकीय पद को प्राप्त करने के संबंध में इस कार्यालय को शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है। संबंधित के विरूध्द प्राप्त शिकायत में शिक्षक के बी०एस०सी० का प्राप्तांक 1800 में 1210 अंक 67.22 प्रतिशत को आधार मानकर शासकीय नौकरी में नियुक्ति दी गई है। उपरोक्तानुसार चयन सूची एवं नियुक्ति आदेश की छायाप्रति संलग्न कर सत्यापन हेतु आपकी ओर प्रेषित किया जा रहा है। अतः शीघ्र सत्यापन कर पुनः इस कार्यालय को प्रेषित करने का कष्ट करेंगे। ताकि अग्रिम कार्रवाई की जा सकें। लेकिन अभी तक पत्र का जवाब नही मिलने पर पुनः कसडोल बीईओ रमाकान्त देवांगन पत्र लिखा है।

आरटीआई से हुआ खुलासा

शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी कर रहे मुन्नाभाई की जानकारी जब ग्राम बरेली के राजेन्द्र कुमार यादव को लगी तो उसने सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत शिक्षाकर्मी चयनित आवेदकों की सूची मांगी, सूची मिलने के बाद जब आवेदक ने अपने स्तर पर छानबीन की तो कई चौकने वाले तथ्य सामने आये। यहाँ आरटीआई में मिली जानकारी से स्पष्ट हुआ कि चयनित मुन्नाभाई ने कम प्रतिशत की जगह ज्यादा फर्जी प्रतिशत का फर्जी प्रमाण पत्र के बदौलत नौकरी ली जिसकी सम्पूर्ण दस्तावेज के तहत राजेन्द्र कुमार यादव ने जिलाधीश सहित तमाम अधिकारियों को शिकायत की लेकिन अभी तक प्रशासन की जांच सिर्फ कागजों में चल रही है वही शिकायतकर्ता ने बताया कि यदि प्रशासन सूक्ष्म जांच करती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेग।

तो न्यायालय का करेंगे रुख…

कई बार शिकायत का पिटारा दे चुके शिकायतकर्ता राजेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि मेरी शिकायत को 9 माह से ज्यादा बीत गया है यदि कलेक्टर महोदय के अलावा शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों ने समय रहते कार्यवाही नही करते है तो आवेदक द्वारा अब जल्द ही न्यायालय की शरण ली जायेगी।

इनका कहना है…

फर्जी नौकरी करने की शिकायत के बाद जांजगीर जिला पंचायत सीईओ को पत्र लिखा गया है।

उनका जवाब आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। चूंकि नियोक्ताकर्ता जिला पंचायत जांजगीर था इसलिए उनके सत्यापन के बाद कार्रवाई की जायेगी। महाविद्यालय कसडोल स्व उनकी अंकसूची का सत्यापन करवा लिया गया है, जिसमें 48.88 अंक में ही उत्तीर्ण होना बताया गया है।
रमाकान्त देवांगन, बीईओ, कसडोल

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