राज्य सेवा के लिए छोड़ा था लाखों का जॉब छग पीएससी में सतेंद्र बंजारे भैंसो निवासी पामगढ़ का डिप्टी कलेक्टर में चय

पंकज कुर्रे
पामगढ़। लोकसेवा आयोग छत्तीसगढ़ में सत्येंद्र बंजारे ने अपने कैटगरी में किया छत्तीसगढ़ में टॉप बनेंगे डिप्टी कलेक्टर एक प्रेरणादायक कहानी जो आपको सफलता की ओर ले जाएगी । सत्येंद्र बंजारे, पिता शिवनारायण बंजारे ग्राम पंचायत भैंसों ब्लॉक पामगढ़ जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़ का निवासी हैं।
अपनी मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प के बल पर सीजीपीएस जैसी कठिन परीक्षा को उत्तीर्ण किया है और छप्पन रैंक प्राप्त की है। वह अपनी श्रेणी में छत्तीसगढ़ के टॉपर हैं सत्येंद्र बंजारे की कहानी वास्तव में प्रेरणादायक है। उन्होंने आईआईटी रुड़की से स्नातक करने के बाद, अपने करियर को एक नए मोड़ पर ले जाने का फैसला किया। उन्होंने राज्य प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी, जो उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण निर्णय था।
लेकिन सत्येंद्र बंजारे ने हार नहीं मानी और निरंतर मेहनत की। उन्होंने अपने समूह अध्ययन किया और नेतृत्व किए । और आज, उनकी मेहनत का परिणाम है कि उन्हें डिप्टी कलेक्टर के रूप में परिणाम मिला है।सत्येंद्र बंजारे जी की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमें कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता है। युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि सफलता के लिए रणनीति बनाएं: सफल लोग अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए रचनात्मक रणनीति बनाते हैं. इसके लिए, अपने अधिकारों, ज़िम्मेदारियों, ताकतों, और चुनौतियों को जानना ज़रूरी है. आपको किन सेवाओं और सहायता की ज़रूरत है और उन्हें पाने के लिए रणनीति बनाना.
सकारात्मक सोच रखें चाणक्य नीति के मुताबिक, सफलता के लिए सकारात्मक सोच रखना ज़रूरी है. अनुशासित रहें: अनुशासित रहना और समय का महत्व समझना भी सफलता के लिए ज़रूरी है. आत्म-विकास करें: किताबें पढ़ना, वर्कशॉप में शामिल होना। समाज के लिए काम करें: समाज में बदलाव लाने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए. समानता, शिक्षा, और मानवाधिकार जैसे मुद्दों पर काम करना चाहिए. ।