आईटीआई असनींद में स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान का हुआ आयोजन

(मानस साहू)

कसडोल। सोमवार को शासकीय आईटीआई असनींद में आयुष्मान आरोग्य केंद्र असनींद द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की गई। विदित हो कि देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाली आम नागरिकों के विकास, बेहतर स्वास्थ्य व स्वच्छता हेतु तीन अभियान .. सेवा पखवाड़ा, आदि कर्मयोगी अभियान व ” स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” की शुरुआत की। “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं में होने वाली स्वास्थ्य गत समस्याएं सिकल सेल एनिमिया , ब्लडप्रेशर, डाइबिटीज, कुपोषण , मोटापा आदि से बचाव हेतु जागरूक करना तथा उनके स्वास्थ्य के लिए पोषण आहार के महत्व को बताना, महिलाओं के हित में शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे आयुष्मान वय वंदनँंं योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, टीकाकरण आदि की जानकारी देना व इन सभी योजनाओं का लाभ देना है। इसी तारतम्य में आज आयुष्मान आरोग्य केंद्र असनींद में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक चेतन सिंह प्रातः ग्राम बम्हनी में आदि कर्मयोगी अभियान में अपनी सेवा देने के पश्चात दोपहर में शासकीय आई टी आई असनींद के प्राचार्य से अनुमति लेकर ” स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान का क्रियान्वयन करने पहुंचे। अक्सर शिक्षकों को नवाचार के माध्यम से विद्यार्थियों को शिक्षा देने की बात कही जाती हैं, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक चेतन सिंह ने भी अपनी ओर से नवाचार द्वारा आई टी आई असनींद में उपलब्ध संसाधन का उचित उपयोग कर पीपीटी / पावर पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बहुत ही आसान एवं सरल भाषा में इस अभियान की मुख्य बिंदुओं मातृ मृत्यु दर , महिलाओं में एनिमिया, पोषण आहार, कुपोषण, मोटापा, लाइफस्टाइल डिसीज के कारण व बचाव की जानकारी दी । भारत को कैपिटल आफ डाइबिटीज क्यों कहते हैं ? , खाद्य पदार्थों में रसायनों के अत्यधिक उपयोग , मोटापे की गंभीरता आदि विषय पर विद्यार्थियों को हास परिहास करते हुए जागरूक किया। माननीय प्रधानमंत्री महोदय के समोसा – जलेबी के सेवन संबंधित शासन के निर्देश , खाने के तेल में 10 प्रतिशत की कमी करने के आह्वान व इस आह्वान को कम से कम 10 और लोगों को बताने हेतु प्रेरित किया। इस दौरान बिजली गुल होने के बावजूद सभी विद्यार्थी और शिक्षक गण पूरी तन्मयता के साथ समस्त मुद्दे को सुना और अपने जीवन में लागू करने का संकल्प लिया।


उपरोक्त कार्यक्रम की महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी पश्चात बालिकाओं को खेल के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य की मजबूती का संदेश दिया व सभी ने इस अभियान की सफलता एवं नारी उत्थान संबंधी शपथ ग्रहण किया।

प्राचार्य श्री प्रशांत शेखर शुक्ला जी ने परिवार को सशक्त बनाने में नारी के बेहतर स्वास्थ्य क्यों जरूरी है ? बच्चों को इसका उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बताई गई जानकारी को अपने जीवन में अमल करने हेतु प्रेरित किया। अंत में प्राचार्य प्रशांत शेखर शुक्ला, बी .अग्निहोत्री, मनीषा कोशले एवं दामिनी पैंकरा ने अपने शब्दों में आज आयोजित कार्यक्रम के बारे में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

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