रामकृष्ण विवेकानंद विद्यापीठ के परीक्षा परिणाम में भारी गड़बड़ी

(राकेश चंद्रा)

अनूपपुर। जिले के अन्तिम छोर कपिलधारा कालोनी में स्थित सी बी एस ई विद्यालय रामकृष्ण विवेकानंद विद्यापीठ अपने नित नए कार्यकलापों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहता है।

यही कारण है की इस विद्यालय की ख्याति दिनोदिन गिरती जा रही है और साल दर साल इस विद्यालय से नाम कटाकर अन्य विद्यालयों में जाने वाले विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है।

इस बार विद्यालय अपने परीक्षा परिणामों की वजह से सुर्खियों बटोर रहा है यहां अध्यनरत छात्र छात्राओं के अंकसूची में बहुत सारी त्रुटियां पाई गईं है अभिभावकों का कहना है की उनके बच्च जो इस विधालय में अधनरत है उनकी अंकसूचियो में कही नाम की गड़बड़ी है तो कही विषयवार दिए गए।

अंको में गड़बड़ी है तो कही अंकसूची में बच्चो की फोटो ही नहीं है खबर तो यह भी है की कक्षा 3 में अध्यनरत छात्र छात्राओं को अंकसूची ही नही दी गईं मासूम छात्र छात्रा बिना परीक्षा परिणाम लिए ही मायूस होकर घर लौट गए ऐसी जनचर्चा है की कई छात्र छात्राएं जो पास होने के योग्य ही नहीं थे लेकिन उनको भी पास कर दिया गया है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जो छात्र छात्राएं पहले निकाले गए।

परीक्षा परिणाम में फेल थे उनसे सांठ गांठ कर पास कर दिया गया है वही कई बच्चो को प्राचार्य अपने खुद के बनाएं नियम स्पोर्ट्स का हवाला दे कर पास कर दिए है जबकि स्पोर्ट्स का कोटा परीक्षार्थी की परीक्षा के दायरे में नहीं आता है परीक्षा विभाग को अलग रखने का उद्देश्य यही होता है।

की गोपनीय दस्तावेजों से छेड़छाड़ न हो सके जबकि रामकृष्ण विवेकानंद विद्यापीठ का परीक्षा विभाग विद्यालय के शिक्षको के साथ बाहरी फालतू व्यक्तियों के समय व्यतीत करने का अड्डा भी परीक्षा विभाग बन गया है जबकि यहां बिना अनुमति वे वजह शिक्षको के जाने की भी मनाही होती रहती है।

की कही इनसे भी फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा सकता है कुल मिलाकर सारे नियमों को ताक पर रखकर विधालय प्रबन्धन का परीक्षा विभाग अपनी मनमानी पर उतारू हो गया है और अभिभावक कही शिकायत भी करने में डरते हैं क्योंकी अभिभावकों का मानना है।

की अगर इसकी शिकायत करेगें तो इसका खामियाजा उनके बच्चो को भुगतना पड़ेगा अब अभिभावक इसलिए अनूपपुर जिले के कलेक्टर जिला शिक्षा अधिकारी ब एस ई सी एल के मुख्य महाप्रबंधक और बिलासपुर स्थित एस ई सी एल के सी एम डी साहब से अपेक्षा कर रहें हैं की विधालय प्रबन्धन की मनमानी पर लगाम लगाए ताकि बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो सके