मूलनिवासी आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया

(सरिता ध्रुव)
भाटापारा- अपने संवैधानिक अधिकारो की जानकारी,जल जंगल जमीन की रक्षा, धर्म संस्कृति रीति नीति परंपरा को संरक्षित करने अंतरराष्ट्रीय मूलनिवासी आदिवासी दिवस सुरखी चक के आश्रित ग्राम कोड़ापार में बड़े धूमधाम से मनाया गया ।
कार्यक्रम रैली पंचतत्व ज्योति कलश के रूप ग्राम शक्ति महामाया से पूजा अर्चना कर मुख्य भूमका पुजारी आर.के.कुजाम के मार्गदर्शन में करमानृतक दल टेंहका देवरी के कला नृत्य के बच्चे तथा सैकड़ों ग्रामवासियों के साथ भव्य रैली के रूप में कार्यक्रम स्थल पर लाया गया।
मूलनिवासी आदिवासी दिवस पर जल जंगल जमीन की रक्षा,हसदेव बचाओ तथा धर्म कोड की मांग को प्रमुखता से उठाया गया। क्यों कि सांस तो सभी लेते हैं पर आदिवासी ही क्यों जंगलों को बचाने लड़ रहे हैं।सभी मूलनिवासीओ का आह्वान किया गया की जंगल और पर्यावरण ही जीवन है अतः सबको सामने आने की आवश्यकता है। इसमें किसी विशेष जाति धर्म से मतलब नहीं। पर्यावरण सुरक्षा संरक्षित तो सुखी समृद्ध जीवन का संचार होता है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बंशीलाल नेताम, अध्यक्षता हनुमंत मंडावी चक अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथि के रूप में आर के कुंजाम प्रां महासचिव गों ध सं सं समिति छत्तीसगढ़, टेकसिंग ध्रुव पूर्व अध्यक्ष मावली महासभा,मुरीत ध्रुव उपाध्यक्ष ,अमर मण्डावी सदस्य जिला पंचायत, दौलत कुंजाम चक अध्यक्ष टोनाटार, टीकाराम ध्रुव सचिव, उदय नेताम तथा आयोजन कोड़ापार कर्ताओं में भोला ध्रुव, मूलचंद ध्रुव, लक्ष्मन ध्रुव, विक्रम ध्रुव, गोंविद ध्रुव आदि सुरखी चक आश्रित के सैकड़ों की संख्या में मातृशक्ति पितृ शक्तियों का उपस्थिति रहे ।