जनता कांग्रेस छत्तीगसढ़ (जे) को कांग्रेस में विलय करने लिखा पत्र…रेणु जोगी बोली JCC(J) कांग्रेसी विचारधारा की है

(देवेश साहू)
रायपुर। छत्तीसगढ़ की क्षेत्रीय पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जोगी) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय हो सकती है। जेसीसी(जे) की सुप्रीमों व पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रेणु जोगी ने बुधवार 18 दिसंबर को पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को एक पत्र लिखा है। पत्र में उल्लेखित है कि छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी द्वारा गठित छत्तीसगढ़ की एकमात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रिय दल “जनता कांग्रेस छत्तीगसढ़ (जे)” कांग्रेस विचारधारा की हैं। हमारी पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि हमारी पार्टी का अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में विलय कर सभी पदाधिकारी गण एवं सदस्य छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस पार्टी में प्रवेश करना चाहते हैं। अतः हमारा विनम्र अनुरोध स्वीकार कर हमें छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रवेश कराने की कृपा करें।
जेसीसीजे के जारी किए गए पत्र में रेणु जोगी के अलावा अमित जोगी ने भी हस्ताक्षर किया है। आगे देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस रेणु जोगी के इस पत्र में क्या निर्णय लेती है। रेणु जोगी ने पत्र की प्रतिलिपि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे व छग प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट को भी भेजी है।
सिंह देव पक्ष में नहीं
राजनैतिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव जेसीसीजे के विलय के पक्ष में नहीं है।
अंतागढ़ उपचुनाव के बाद छोड़ी थी कांग्रेस
साल 2014 में हुए बस्तर के अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को चुनाव मैदान से हटाने के लिए कथित सौदेबाजी का एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था। इसमें अजीत और अमित जोगी के शामिल होने के आरोप लगे थे। इसके बाद साल 2016 में कांग्रेस ने अमित जोगी को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया जबकि अजीत जोगी को नोटिस दिया गया था। इसके बाद अजीत और अमित जोगी ने नई पार्टी बनाने की कवायद शुरू कर दी। बेटे अमित जोगी के कांग्रेस से निष्कासन और खुद को नोटिस दिए जाने के बाद अजीत जोगी ने नई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ बनाई
2016 में अजीत जोगी ने बनाई थी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) पार्टी
21 जून 2016 को छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ नाम से खुद की पार्टी बनाने का ऐलान किया था। जोगी की लोकप्रियता की वजह से ये माना जा रहा था कि प्रदेश में सरकार बनाने में जोगी कांग्रेस की निर्णायक भूमिका होगी।पार्टी बनने के बाद भी रेणु जोगी काफी समय तक कांग्रेस में रहीं लेकिन 2018 के चुनाव में उन्होंने कोटा विधानसभा से जेसीसीजे से ही चुनाव लड़ा।