भीषण आग का कहर : 55 की मौत, 279 लोग लापता — भवनों में लगी आग ने बनाया इतिहास का सबसे बड़ा हादसा
हांगकांग। शहर की इतिहास की सबसे भीषण आग ने पूरे हांगकांग को दहला दिया है। वांग फुक कोर्ट परिसर में लगी इस विनाशकारी आग में अब तक 55 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 279 लोग अभी भी लापता हैं। हादसे की विभीषिका का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि 68 लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इमारत के निर्माण और नवीनीकरण के दौरान सुरक्षात्मक जाल, जलरोधी कैनवास और प्लास्टिक सामग्री ऐसे इस्तेमाल की गई थी, जो अग्निरोधी मानकों पर खरी नहीं उतरती थीं। लिफ्ट लॉबी की खिड़कियों को सील करने के लिए इस्तेमाल किए गए पॉलीयूरेथेन फोम ने आग भड़काने और फैलाने में मुख्य भूमिका निभाई।
पुलिस ने मामले में नवीनीकरण कार्य से जुड़े एक निर्माण कंपनी के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। 52 से 68 वर्ष आयु के इन अधिकारियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप है, जिसकी वजह से यह भयावह जनहानि हुई।
अधिकारियों ने बताया कि राहत-बचाव कार्य जारी है और लापता लोगों की तलाश युद्धस्तर पर हो रही है। यह आग हांगकांग के अब तक के सबसे बड़े हादसों में से एक बन चुकी है।



