लापरवाही की हद पार: मध्यान भोजन में जानबूझकर परोसा कुत्ते का जूठा…फिर लगाया रेबीज का एंटी डोज…5 दिन तक नहीं हुई कार्रवाई..मामला तुल पकड़ने के बाद लिया एक्शन…क्या मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा था?

(देवेश साहू)
बलौदाबाजार। जिले में पलारी विकासखंड के ग्राम लच्छनपुर स्थित मिडिल स्कूल में छात्रों को कुत्ते का जूठा भोजन परोसे जाने का मामला सामने आया है। मामले में जिम्मेदारों ने लापरवाही की हद ही पर कर दी है। छात्रों ने कुत्ते को पाकी हुई सब्जी खाते देखा था जिसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन को भी दी गई बावजूद इसके यह भोजन छात्रों को खिलाई गई।
पूरा मामला बीते सोमवार, 28 जुलाई का है जब स्कूल के स्व सहायता समूह के महिलाओं ने रोज़ की तरह भोजन पकाया व लापरवाही बरतते हुए सब्जी के ढक्कन को खुला छोड़ दिया। स्कूल परिसर में घूम रहे आवारा कुत्ते ने ताजी गरमा गरम सब्जी की खुशबू सूंघते हुए सब्जी को खाने लगे। इस पूरी घटना को छात्रों ने देख लिया। इसके बाद इसकी जानकारी स्कूल प्रबंधक को दी गई। हालांकि स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि हमने भोजन परोसने से मना किया था। बावजूद इसके स्व सहायता समूह ने कुत्ते का जूठा भोजन छात्रों के बीच परोस दिया गया। इस भोजन को स्कूल के 84 छात्रों ने खा भी लिया।
भोजन को खाकर अपने घर पहुंच कर जूठा भोजन खिलाने की जानकारी जब छात्रों ने अपने माता पिता को दी तो अभिभावक मंगलवार को स्कूल पहुंचे और शाला प्रबंधक पर जमकर भड़के व इसकी शिकायत शाला समिति के अध्यक्ष झालेंद्र साहू से भी की। ऐतिहातन के तौर पर छात्रों को एंटी रेबीज डोज लगाने की मांग की।इसके बाद अभिभावक बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डॉक्टर वीणा वर्मा ने 78 बच्चों को एंटी-रेबीज का पहला डोज लगाया है।
“घटना के 5 दिन बाद तक नहीं हुई कार्रवाई”
इस पूरी घटना के 4–5 दिन बीत जाने के बाद भी न मामले की जांच हुई न ही किसी पर कार्रवाई। अपने क्षेत्र का दौरा कर रहें कांग्रेस विधायक विधायक संदीप साहू को यह जानकारी जब ग्रामीणों द्वारा दी गई तो विधायक ने तुरंत इस पर संज्ञान लिया। जिसके बाद पलारी एसडीएम दीपक निकुंज की अध्यक्षता में मामले की जांच शुरू की गई। उन्होंने छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और शाला समिति के सदस्यों के बयान दर्ज किए । हालांकि, रसोइया समूह के सदस्य जांच में शामिल नहीं हुए हैं। शाम तक प्रारंभिक जांच के आधार पर एसडीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जय लक्ष्मी स्व सहायता समूह की महिलाओं को अस्थाई तौर पर हटा दिया है।
“234 में केवल 84 छात्रों ने खाया जूठा भोजन”
स्कूल में दर्ज छात्रों की संख्या 234 है। अच्छी बात यह रही कि यह घटना सोमवार को हुई श्रवण सोमवार के चलते कई छात्रों ने उपवास रखा था तो वही कई छात्रों ने कुत्ते का जूठा भोजन जानकर मध्यान भोजन नहीं किया। 84 मासूम छात्रों ने यह भोजन खाया इसके बाद घर जाकर अपने अभिभावकों को जानकारी दी।
“विधायक ने सीएम को लिखा पत्र”
कसडोल विधायक संदीप साहू ने मामले में कड़ी नाराजगी जाजते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया है कि क्षेत्रीय जनसंपर्क के दौरान उन्हें ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त हुई कि लच्छनपुर शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में मध्यान्ह भोजन में भारी लापरवाही बरती गई है। ग्रामीणों के अनुसार बच्चों को परोसे जाने वाला भोजन पहले कुत्तों को खिलाया गया, जिसके बाद उसी भोजन को लगभग 80 से 84 बच्चों को परोसा गया। इस घटना के बाद सभी बच्चों को रेबीज का इंजेक्शन लगवाया गया है। विधायक साहू ने इसे अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए पूछा है कि आखिर प्रशासन ने अब तक इस मामले में क्या जांच की है किसके आदेश पर बच्चों को रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया तथा इस लापरवाही के लिए कौन-कौन जिम्मेदार हैं उन्होंने कहा कि यह घटना स्कूल प्रशासन और संबंधित विभागों की घोर लापरवाही को उजागर करती है जिसके कारण बच्चों की जान जोखिम में पड़ गई।उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस मामले की विशेष जांच दल गठित कर विस्तृत जांच कराई जाए और दोषियों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की घटनाएं शिक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती हैं और इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए।
डीईओ ने किया नोटिस जारी…
इस पूरे मामले जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे द्वारा प्रधान पाठक को और संकुल समन्वय को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।