चैत्र नवरात्र पर जगह-जगह ज्योति कलश जलाया गया, तुरतुरिया में 993 तेल एंव 182 घी का ज्योति हुई प्रज्ज्वलित

(मानस साहू)

कसडोल। चैत्र नवरात्र पर क्षेत्र के देवी मंदिरों में जगह जगह ज्योति कलश स्थापित की गई है तथा जवारा भी बोया गया है साथ ही ढोल नगाड़े की थाप पर जस गीतों का गायन लगातार चल रहा है जिसके कारण क्षेत्र भक्ति मय हो गया है।

ज्ञात हो कि चैत्र नवरात्रि पर्व पर नगर के महामाया मंदिर, बगदेवी मंदिर, चंडी मंदिर, शीतला माता मंदिर, सहित क्षेत्र के प्रसिद्ध धार्मिक एवम् ऐतिहासिक स्थल तुरतुरिया के पहाड़ पर विराजित माता पुत्र दायिनी काली के मंदिर में सैकड़ों ज्योति कलश स्थापना क्षेत्र के श्रद्धालुओं द्वारा की गई है।

जहा इन दिनों देवी की भक्ति जस गीत माता के भक्तों द्वारा झांझ मंजीरा और मांदर की थाप पर गाई जा रही है जिससे क्षेत्र भक्ति मय हो गया है।

स्थानीय महामाया मंदिर में इस वर्ष 308 तेल एवम् 20 घी का ज्योति कलश स्थापित की गई है वही मातागण पहाड़ी में तुरतुरिया में जहां 993तेल एवम 182 घी का ज्योति कलश स्थापित की गई है वही नीचे बाल्मिकी आश्रम एवम लवकुश की जन्म स्थली में 104 तेल एवम् 46 घी का ज्योति कलश स्थापित की गई है।

इस तरह सभी देवी मंदिरों में सैकड़ों ज्योति कलश जगमगा रही है।

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