प्रशासन के निरीक्षण पर रिकोकला धान उपार्जन केंद्र में मिला खामियां, प्रतिवेदन पर उपायुक्त सहकारिता ने प्रबंधक पर कार्रवाई के लिए प्राधिकृत अधिकारी को लिखा पत्र, प्रबंधक को हटाने छूट रहें पशीने

(हेमंत बघेल)

कसडोल। बीते 12 दिसंबर को धान उपार्जन केंद्र रिकोकला में शासन द्वारा निर्धारित धान खरीदी के ठीक विपरीत खरीदी की शिकायत पर गिरौदपुरी एसडीएम, तहसीलदार सोनाखान और खाद्य निरीक्षक की संयुक्त टीम ने धान उपार्जन केंद्र रिकोकला में दबिश दिया था जिस पर कई तरह से अनियमितता अधिकारियों को मिला था इसके बाद अधिकारियों ने सम्पूर्ण जांचकर उचित कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को प्रतिवेदन सौंप दिया था जिसके बाद सहकारिता विभाग के उपायुक्त ने कार्रवाई करते हुऐ रिकोकला के प्राधिकृत अधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है, उपायुक्त ने अपने पत्र कमांक/उपंब./विप./2024/1490, बलौदाबाजार, दिनांक 19/12/2024 के माध्यम से प्राधिकृत अधिकारी, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति गर्या. रिकोकला पं.क. 198 जिला बलौदाबाजार-भाटापारा (छ.ग.) को कहा कि एसडीएम के नेतृत्व में तहसीलदार सोनाखान तथा खाद्य निरीक्षक कसडोल के द्वारा दिनांक 12.12.2024 को किया गया है, जिसमें फड़ प्रभारी / प्रबंधक चेतन डड़सेना द्वारा फड़ में रखे गये धान के सुरक्षा भण्डारण में पर्याप्त त्रिपाल व डेनेज की व्यवस्था नहीं किया गया तथा मौके पर रैडम तौल में कृषकों से औसत वजन से अधिक तौल का धान लिया जाना पाया गया, जो फड़ प्रभारी / प्रबंधक चेतन डड़सेना के कार्य के प्रति लापरवाही व उदासीनता को दर्शाता है। संलग्न प्रतिवेदन से स्पष्ट है कि चेतन डड़सेना के द्वारा छ.ग. शासन धान खरीदी नीति 2024-25 में धान खरीदी संबंधी दिये गये निर्देशो का पालन नहीं किया जा रहा है। चेतन डडसेना का यह कृत्य संस्था के हितो के विपरीत शासन को नुकसान पहुंचाने वाला है, जो कि घोर लापरवाही का परिचायक है।

“उपायुक्त ने यह किया निर्देशित”

उपायुक्त ने प्राधिकृत अधिकारी को कहा कि धान उपार्जन केन्द्र रिकोकला के फड़ प्रभारी / प्रबंधक चेतन डड़सेना को तत्काल प्रभाव से हटाकर किसी अन्य कर्मचारी को प्रभारी बनाये जावे। साथ ही प्राथमिक कृषि साख सहकारी सेवा नियम 2018 की कंडिका 16 के अंतर्गत कारण बताओ नोटिश जारी कर आरोपी कर्मचारी को 07 दिवस के अंदर इस कार्यालय में उक्तानुसार हुई त्रुटि के लिये अपना पक्ष प्रस्तुत किये जाने वावत निर्देशित किया जाये। अन्यथा की स्थिति में सेवा से बर्खास्त करने की कार्यवाही की जावेगी।

“अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बावजूद प्रबंधक कर रहा ताल मटौल”

उपायुक्त के पत्र के बाद इधर प्राधिकृत अधिकारी पत्र मिलने के बाद लगातार मौजूदा प्रबंधक चेतना डडसेना को हटाने के लिए समिति में पदस्थ अन्य कर्मचारियों को बोला जा रहा है, लेकिन सूत्रों की माने तो मौजूदा प्रबंधक की कारगुजारियों के कारण अन्य कर्मचारी प्रभार लेने से हिचकिचा रहें है, साथ ही सूत्रों की मानें तो मौजूदा प्रबंधक भी पदभार देने में आनाकानी कर रहा है, और सीईओ सहकारिता के मौजूदगी में देनें की बात कह रहा है, लेकिन सूत्रों की मानें तो यहाँ मौजूदा प्रबंधक ने अभी तक कई अंदरूनी गोलमाल किया है साथ ही सूत्रों का यहाँ तक दावा है कि साहब ने कई फर्जी किसानों के नाम से धान भी बेच दिया है, जिसके नाम से उपार्जन केंद्रों में एक तिनका धान भी नही पहुँचा था बहरहाल यह तो प्रशासन की जांच का विषय है। कि साहब ने अभी तक अवैध कमाने की चाह में क्या क्या कारनामे और हथकंडे अपनाएं है।

इनका कहना है…

उपायुक्त महोदय के माध्यम से पत्र मिलने के बाद लगातार मेरे द्वारा समिति प्रबंधक को अन्य कर्मचारी को पदभार देने को कहाँ जा रहा है, लेकिन पदभार नही दिया जा रहा है, मेरे द्वारा सहकारिता सीईओ से बात किया गया है। अगर कल सीईओ नही आते और पदभार नही दिया गया तो मेरे द्वारा आगामी कार्रवाई किया जायेगा।

मोहित डडसेना

प्राधिकृत अधिकारी, सहकारी समिति रिकोकला

फिजिकल वेरिफिकेशन कराकर 2 से 3 दिन में प्रभार दिलाया जायेगा।

डी के भारद्वाज, सीईओ, सहकारिता, कसडोल