एक दिवसीय संविधान ज्ञान जागरुकता कैरियर मार्गदर्शन एवम् सम्मान समारोह का आयोजन

(पंकज कुर्रे)
पामगढ़ / ग्राम पंचायत पचरी- हेडसपुर में एक दिवसीय संविधान ज्ञान जागरुकता कैरियर मार्गदर्शन एवम् सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों के द्वारा तथागत गौतम बुद्ध, बाबा गुरुघासीदास और बाबा साहब का प्रतिमा में दीप प्रज्ज्वलित किए।
डॉ कुंजकिशोर ने बताया की देश में संविधान सर्वोपरि है संविधान के द्वारा ही शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार , रोटी कपड़ा मकान, स्कूल मे बच्चो के लिए पुस्तके गणवेश महिलाओ के लिए महतारी वंदन योजना आदि समस्त मूलभूत सुविधाएं और सुरक्षा हमें संविधान के माध्यम से ही सरकार मजबूर होकर प्रदान करता है। उन्होंने सामने बैठे विद्यार्थियो को सामने बुलाकर कैरियर मार्गदर्शन कराया लक्ष्य पूछकर बताया की IAS, IPS, डॉक्टर, फार्माशिष्ट कैसे बनते है साथ की ये घोषणा भी किया कि मै आप लोगो को फ्री मे तयारी हेतु पुस्तके उपलब्ध कराऊंगा।
प्राचार्य राजकुमार बंजारे ने बताया कि संविधान मे केंद्र सरकार, राज्य सरकार, शहर सरकार और ग्राम पंचायत का भी व्यवस्था है जो देशवासियों के लिए अपने अपने स्तर पर जनहित की योजनाएं तैयार कर संचालित करती है।
शेषराज हरबंश विधायक ने संविधान की विशेषताओं को गिनाकर बताया कि अच्छे पढाई लिखाई कर प्रतियोगी परीक्षाओं मे शामिल होकर देश मे छोटे बड़े सरकारी नौकरियों मे जा सकते है साथ ही सरकारी उच्च शिक्षण संस्थानों मे प्रवेश के लिए समय समय मे प्रवेश परीक्षा आयोजित किये जाते हैं ऐसे प्रवेश परीक्षाओं मे शामिल होकर अच्छे रेंक हासिल कर उच्च शिक्षण संस्थानों मे बिना किसी अप्रोच के अमीर हो या गरीब ज्ञान के आधार पर प्रवेश मिल सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सरपंच अनिल कुमार दिवाकर द्वारा किये गए चुनावी घोषणा को पुरा करते हुए गाँव के 10वी और 12वी कक्षा मे 70% प्राप्त करने वाले बच्चो को सम्मान चिन्ह, प्रशस्ति पत्र और 1000-1000 रुपये देकर सम्मान कर बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित किये।
पोखराज खुटे ने कार्यक्रम में पधारे समस्त अतिथि और समस्त उपस्थित गणमान्य को सम्बोधन मे कहा कि बच्चों को शिक्षा और संस्कार बहुत जरूरी है शिक्षा और संस्कार से अपने जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है, बच्चो को उनके माता पिता द्वारा संस्कार तो मिलता है साथ ही संत महापुरुष और परिवार, शिक्षक, समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति को अपना आदर्श मानकर संस्कार ग्रहण कर सकते हैं, किताबे और कहानी पढ़कर भी अच्छे शिक्षा और संस्कार ग्रहण कर सकते हैं, उन्होंने बताया की गाँव के मंगल भवन मे प्रतिदिन शाम को प्रतियोगी परीक्षाओं की तयारी हेतु कक्षा लगता है उनके पढ़ाई करने आग्रह किये।
कार्यक्रम का विशेष मार्गदर्शक और कार्यक्रम का संचालन कर रहे रोहित रत्नाकर और रामखिलावन दिनकर कार्यक्रम की शोभा हेतु संगीतकार श्रीराम लहरे, गायक रवि बंजारे , समस्त पंचगण, संतराम जोशी, और गाँव के समस्त गणमान्य उपस्थित रहे।