शिक्षक नियुक्ति मांग को लेकर पालकों ने बीईओ को सौंपा ज्ञापन, मुख्यमंत्री से लगा चुकें है गुहार, विधायक ने भी लिया था संज्ञान

(रौनक साहू/मानस साहू)
कसडोल। विकासखंड कसडोल नगर में संचालित इग्नाइट स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर आज पालक एकजुट होकर विकासखंड अधिकारी कार्यालय कूच किए। आपको बता दे कि बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए उनके पालक खुद आगे आए और स्कूल शिक्षा कार्यालय पहुंचकर शिक्षक नियुक्ति की मांग को लेकर शांतिपूर्ण ज्ञापन सौंपा। आपको बता दें कि कसडोल नगर के इग्नाइट स्कूल में पहली से पाँचवीं तक की कक्षाओं के बच्चों को केवल एक शिक्षिका के सहारे पढ़ाया जा रहा है।
इस स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या कुल 84 है, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए आज पालकों ने संगठित होकर स्कूल शिक्षा विभाग से आग्रह किया कि जल्द से जल्द शिक्षकों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। पालकों का कहना है कि शिक्षा ही बच्चों का भविष्य गढ़ती है और अगर वक्त रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाली पीढ़ी अंधकार में चली जाएगी। वही पालकों की यह एकजुटता बताती है कि आज समाज शिक्षा को लेकर जागरूक हो रहा है। अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग इस सकारात्मक पहल पर कितनी जल्दी अमल करता है।
यदि ऐसा हुआ तो न केवल इग्नाइट स्कूल के बच्चों का भविष्य संवर जाएगा, बल्कि यह एक मॉडल बन सकता है अन्य स्कूलों के लिए भी।
इधर पालकों ने पूर्व में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास भी शिक्षक की मांग कर चुके है लेकिन अभी तक केवल आश्वासन मिला है, वही बीते दिवस विधायक कसडोल संदीप साहू ने भी स्कूल पहुँचकर निरीक्षण किया था जिसपर संज्ञान लेकर शिक्षकों की नियुक्ति की बात कहा था लेकिन अभी तक बच्चों को शिक्षक नही मिल सका है, अब आगे देखना होगा कि नौनिहालों के भविष्य को गढ़ने की बात कहने वाली सरकार बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाता है या एक शिक्षक के मत्थे ही स्कूल की कमान सौपकर अंधकार में डालता है।
इनका कहना है…
पालक स्कूल को मर्ज करने की बात कह रहें है, जो शासन स्तर का मामला है, बाकी स्कूल में पदस्थापना कराया जायेगा।
अरविंद ध्रुव
विकासखंड शिक्षा अधिकारी, कसडोल
2 वर्षों से एक शिक्षक के मत्थे बच्चें पढ़ रहें है, इसलिए हम लोगों ने तत्काल शिक्षक की मांग किया है।
भुनेश्वर साहू, पालक
मैं अकेली शिक्षिका हूँ इसलिए एक क्लास को पढ़ाती हूँ तो दूसरे क्लास के बच्चें आपत्ति करते है, लेकिन फिर भी पढ़ा रही हूँ।