विरोध के बीच संपन्न हुआ जनसुनवाई, आशु क्रेशर बंद कराने लामबंद हुए कोट के ग्रामीण

(हेमंत बघेल)
कसडोल। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल रायपुर के द्वारा आज ग्राम कोट में जनसुनाई आयोजित किया गया ग्रामीणों ने जनसुनवाई का जमकर और खुलकर विरोध करते हुए प्रशासन से आशु क्रेशर खादान बंद कराने की मांग किया। दरअसल आशु क्रेशर खादान को बंद कराने को लेकर ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का आज भी बहिष्कार किया हुआ है ग्रामीणों का कहना है कि आशु क्रेशर खादान के वजह से उनके खेत उपजाऊ जमीन बंजर हो रही है साथ ही गर्मी के दिनों में पानी का जलस्तर कम होता है इससे पूरे गर्मी के सीजन में ग्रामीण पानी की समस्या से जूझते है खादान में ब्लास्टिंग होने से इसका असर गांव में पड़ता है इसके अलावा पर्यावरण पर बुरा असर पड़ते हुए ग्रामीणों को कई तरह की बीमारियों से जूझना पड़ता है। ग्रामीण कई महीनों से आशु क्रेशर खादान बंद करने के लिए जिला प्रशासन से मांग कर रहा थे मगर इनकी शिकायतों पर कार्यवाही आज तक नहीं हुआ। वही आज कोट में जनसुनवाई के दौरान महिलाएं पुरुषों और बुजुर्गों ने गांव में हो रही परेशानियों को जनसुनाई में आए आधिकारियों से अपनी बात रखते हुए आंसू क्रेशर खादान को पूर्ण रूप से बंद कराने का मांग किया गया वही कुछ बाहर गांवों से आए दो चार लोगों ने आशु क्रेशर खादान बंद नहीं होने और संचालित करने की समर्थन भी किया मगर इस दौरान ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला इस बीच पुलिस और ग्रामीणों और महिलाओं के साथ झुमा झटकी भी हुआ। जनसुनवाई खत्म होने के बाद ग्रामीणों ने आधिकारियों को कई घंटों तक रोककर आशु क्रेशर खादान को बंद कराने लिखत में देने की मांग करते रहे इस बीच मौके पर मौजूद अपर कलेक्टर,एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस प्रशासन ग्रामीणों को लगातार समझाइश देते रहे की नियमत: प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होगी लेकिन महिलाएं अपनी मांगों पर अड़े रहे इस बीच समर्थन में आए कुछ लोगों के साथ हाथापाई की स्थिति आ गया था वही घंटों मशक्कत के बाद ग्रामीणों को समझाइश देकर मामले को शांत कराया गया।
आपको बताते चले कि पहले छाछी और कोट पंचायत एक था उस समय तत्कालीन सरपंच कमल किशोर साहू ने दिनांक 1/12/2012 में आंसू क्रेशर खादान खोलने को लेकर एनओसी और प्रस्ताव दिया था जिसके बाद 2014 में आंसू क्रेशर खादान खुला वही आज 11 साल के बाद गांव में परेशानी शुरू हुआ फिर ग्रामीणों ने आंसू क्रेशर खादान बंद कराने को लेकर शिकायतें दे रहे है जिसके बाद 2025 के पंचायत चुनाव में पूरे ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर दिया जिसके बाद मीडिया के माध्यम से ये गांव सुर्खियों में आया उसके बाद आज यहां जिला प्रशासन के द्वारा चुपके से जनसुनाई आयोजन किया गया ।
जिसका ग्रामीणों ने विरोध करते हुए आंसू क्रेशर खादान बंद कराने की मांग किया गया है अब देखना होगा कि क्या आशु क्रेशर खादान बंद होता है या फिर विरोध का सिलसिला चलते रहेगा।