सड़क दुर्घटना में घायल युवकों को एसडीएम और तहसीलदार ने पहुंचाया अस्पताल, हाथ, पैर और सर में लगा था चोट, उचित उपचार के लिए डॉक्टर को किया निर्देशित

(भानु प्रताप साहू)

KASDOL NEWS। मंगलवार को छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना सुशासन तिहार के दौरान दौरे में निकले कसडोल एसडीएम, तहसीलदार और जनपद सीईओ ने कसडोल-बैगनडबरी मार्ग के बैगनडबरी तिराहा के समीप दो बाइक सवार युवकों का आपस में जबरदस्त भिड़ंत हो गया।

टक्कर इतना जबरदस्त रहा कि दोनो बाइक सवार युवको को हाथ, पैर और सर में चोट लगा और सर से खून बह रहा था इसी दौरान कसडोल के एसडीएम रामरतन दुबे, तहसीलदार विवेक पटेल सहित जनपद सीईओ कमलेश साहू सुशासन तिहार की मॉनिटरिंग करने देवरीकला से असनिंद की ओर जा रहे थे। इसी दौरान मार्ग से निकलते हुये उनकी नजर जैसे ही दुर्घटना में पड़ी तो अपनी स्कोर्पियो वाहन को रोककर बाहर निकलते ही तत्काल 108 एम्बुलेंस को कॉल किया। इधर दर्द से कराह रहे 5 लोगों को प्रशासनिक अधिकारियों ने 108 एंबुलेंस आने का इंतजार न करते हुए मानवता की मिसाल पेश करते हुए घायल को तुरंत अपनी वाहन में लिटाया और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल लेकर चल पड़े। जहां हॉस्पिटल पहुँचते ही एसडीएम ने सीएचसी डाक्टरों को सूचना दी इसके बाद डॉक्टरों ने घायल का प्राथमिक उपचार प्रारंभ किया। इधर 4 युवकों को हल्का चोट तो वही एक युवक को सर गंभीर चोट होने के कारण ईलाज किया जा रहा है।

“एसडीएम ने दिया मदद करने का संदेश”

इधर घटना के बाद अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामरतन दुबे ने लोगों को संदेश भी दिया कि सड़क दुर्घटना के समय लोगों को मदद के लिए हमेशा आगे आना चाहिए, ताकि समय पर घायलों को उपचार मिल सके, उनकी जांच बचाया जा सके। क्योंकि लगातार राष्ट्रीय राजमार्ग साहिर अन्य जगहों में हादसा हो रहा है ऐसे में खुद समझदारी दिखाते हुये घायलों की मदद करना चाहिए।, न कि तमाशबीन बन वीडियो बनाते रहे और सरकारी वाहनों का इंतजार करते रहे। ऐसे में घायलों की जान जा भी जा सकती है, सरकार ने कई नियमों में सरलीकरण भी किया ताकि लोगों को घायलों की मदद करने में कोई परेशानी न हो। न कोई पूछताछ न पुलिस का झंझट बस मदद के लिए आगे आए।

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