सर्पदंश जागरूकता अभियान की हुई शुरुवात, ग्रामीण हो रहे जागरूक

(बबलू तिवारी)
जशपुर। राज्य में जशुपर जिले को नाग लोक के नाम से जाना जाता है।जहां मुख्यतः तीन प्रकार जहरीले सांप हैं जैसे कि नाग(कोबरा), अहिराज (बैंडेड करैत), कॉमन करैत जिसे यहाँ की भाषा में करैत सांप कहते हैं यह साँप इस क्षेत्र में इंसानों की मृत्यु का मुख्य कारण होता है। क्योंकि यहाँ के निवासरत ग्रामीण अशिक्षा एवं झाड़-फुंख। ओझा गुनी के चक्कर में पडते हैं। इन्हें जागरूक कराने के लिए भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन जिला-जशुपर ने सर्पदंश जागरूकता अभियान चलाया पत्थलगांव के ग्राम -झक्कड़पुर में जिसमें बतौर मुख्यअतिथि के रूप में डॉ.अमूल सिंह,डॉ.आशीष भगत,डॉ.भागेवेंद्र सिंह, समाज सेवी एवं सर्पमित्र श्री बबलू तिवारी जी,श्री बंटी सिंह जी,श्री रामकिशन यादव जी थाना पत्थलगांव से सब इंस्पेक्टर अर्जुन यादव भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन जशुपर जिलाध्यक्ष श्री अजय राजपूत जी,मानवाधिकार एसोसिएशन जिला सचिव अनुक सिदार जी बी.डी. सी.नंद कुमार नाग जी सरपंच लोहार साय नाग जी,पंच सुरतन नाग,ऋषि चौहान,शिव कुमार नाग गणपत भानसिंह धरमपाल समारु पुस्तम नाग एवं सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। उक्त कार्यक्रम में डॉ आशीष भगत जी एवं डॉ अमूल सिंह के द्वारा सर्फदंश की स्थिति में सर्पदंश के लक्षणों की पहचान कैसे करें, उसकी प्राथमिक इलाज के साथ समय रहते ही इलाज हेतु नजदीक चिकित्सालय पहुंचने की बात कहते हुए सर्पदंत की विस्तृत जानकारी बताई गई
सर्पमित्र बबलू तिवारी द्वारा अपने संबोधन में क्षेत्र में पाई जाने वाली सर्पों के बारे में उनके लक्षण उनकी पहचान और सावधानी बरतने घरों के अगल बगल साफ सफाई,जमीन पर सोएं नहीं, सोते वक्त मच्छर दानी का प्रयोग करें। अगर साँप काट ले तो घबराएं नहीं शरीर को ज्यादा हिल डुल न करें जितना जल्दी हो सके अपने करीबी व रिस्तेदार की मद्त लें और तत्काल ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल जाएं। और कहीं साँप दिखे तो रेस्क्यू के लिए सर्पमित्र को सूचित करें।
अजय राजपूत द्वारा सर्फदंश की जानकारी देते हुए अपनी बात रखी की शासन को जल्दी ही रेस्क्यू किए सांपों के लिए स्नैक पार्क(साँप घर) की स्थापना हो।