विद्या निकेतन उत्तर माध्यमिक विद्यालय एवं ड्रीमलैंड पब्लिक स्कूल पामगढ़ में शिक्षक दिवस मनाया गया

(पंकज कुर्रे)

पामगढ़। विद्या निकेतन उत्तर माध्यमिक विद्यालय पामगढ़ एवं ड्रीमलैंड पब्लिक स्कूल पामगढ़ में गुरुवार को बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ शिक्षक दिवस मनाया गया । अंग्रेजी माध्यम द्वारा प्रथम पाली में और हिंदी माध्यम द्वारा द्वितीय पाली में विद्यालय परिसर में बच्चों द्वारा अपने टीचर्स के सम्मान के लिए बहुत ही सुंदर शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया था।

इस आयोजन के मुख्य अतिथि एच पी खरे ( पूर्व प्राचार्य, महामाया उत्तर माध्यमिक विद्यालय पामगढ़ ) कृष्ण लाल साहू ( पूर्व शिक्षक) सियल साहू (पूर्व शिक्षक) एन के पांडेय सर (संचालक, विद्या निकेतन एवं ड्रीमलैंड स्कूल पामगढ़) अशोक कुमार मिरे (प्राचार्य विद्या निकेतन)दीपक प्रधान (प्राचार्य ड्रीमलैंड) अखिल शुक्ला सर(विभाग प्रमुख) एवं समस्त शिक्षक/ शिक्षिकाओं एवं कार्यालय स्टाफ की उपस्थिति में शिक्षक दिवस मनाया गया जहां बच्चों ने श्रीफल और पेन देकर अपने शिक्षकों का स्वागत किया और उनका सम्मान किया ।


कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य की कामना कि शl एचपी खरे ने कहा कि “जिस प्रकार सूरज संपूर्ण संसार को रोशन करता है ठीक उसी प्रकार ज्ञान का प्रकाश भी मन के अंधकार को दूर करता है ,और ऐसे ज्ञान देने वाले समस्त शिक्षकों को मेरा अभिनंदन है, और आप सभी बच्चों से यही आशा है कि अपने शिक्षकों द्वारा दिए गए उपदेशों और उनके मार्गदर्शन को सही सिद्ध करें और सफलता की नई सीढ़ियां चढ़े।

आगे श्री कृष्ण लाल यादव कहते हैं कि ” ज्ञान से बड़ा कोई दान नहीं होता, और जो ऐसे दानवीर हैं वहीं शिक्षक हैं।”
सियल साहू जी कहते हैं कि ” माता और पिता के पश्चात यदि कोई इस संसार में सही मार्ग दिखा सकता है ,तो वह स्थान ईश्वर ने गुरु को दिया है इसीलिए मैं आप सभी प्रिय छात्रों से यह कहना चाहता हूं कि जिस प्रकार आप अपने माता-पिता का सम्मान करते हैं इसी मर्यादा के साथ ही अपने शिक्षकों का भी सम्मान करें।

कार्यक्रम का समापन विद्यालय प्रमुख एन के पांडेय सर ने किया और कहा कि ” हमारे विद्यालय की यह परंपरा रही है कि हम सदैव अपने आदर्श को निभाते हैं और हम कभी भी अपने उन गुरुओं को नहीं भूलते जो ज्ञान की रोशनी को जलाने में और देश का भविष्य निर्माण करने में निरंतर लगे हैं , ऐसे सभी शिक्षकों को अभिनंदन एवं आप सबसे यही आशा है कि आप सदैव ही अपने विद्यार्थियों को उचित मार्ग दिखाएं।