गांव के तालाब किनारे एक साथ लगाए गए 70 से 80 फलदार और छायादार पौधे लिया देखभाल करने का संकल्प

(पंकज कुर्रे)

पामगढ़। पामगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत चेऊडीह के रामसागर तालाब में एक साथ 70 से 80 फलदार वृक्ष का वृक्षारोपण किया गया, जिसमें दस प्रजीय के आम और, पांच प्रकार के इमली, आंवला,सीता फल,राम फल,छायादार पेड़,बरगद , पीपल,कदम पेड़,और बहुत सारे छायादार, फलदार वृक्षों का रोपण किया गया,ग्राम चेऊडीह के रामसागर तालाब में एक साथ इतने सारे पेड़ो का रोपण करना एक बहुत ही बड़ी खुशी की बात है,जिसकी फायदा हमारे आने वाले पीढ़ियों को जरूर मिलेगी,और युवाओं में आज एक अलग ही उत्साह और जोश देखने को मिला है ।

क्या कहते है गांव के युवा

ग्राम पंचायत चेऊडीह के ऊर्जावान युवा अमेश जांगड़े और सुभाष काठे ने बताया कि आज हमारे गांव में जो पेड़ लगाया गया है, वो संजीव बंजारे (भाजपा मंडल अध्यक्ष शिवरीनारायण) के मार्गदर्शन में किया गया जिसमें गांव के बहुत सारे युवा साथियों का संपूर्ण श्रमदान के साथ योगदान भी मिला है जिसमें 70 से 80 फलदार वृक्ष को गड्ढे खोदकर कर खाद डालकर पेड़ को लगाया गया है,,पेड़ो को जानवर किसी भी प्रकार का नुकसान ना पहुंचाए इसके लिए सभी पौधो को बांस की गुंबट बनाकर घेरा लगाया गया है जिससे की पेड़ो को जानवरो से किसी प्रकार का नुकसान ना पहुंचे।

तालाब में एक साथ इतने सारे पेड़ो को लगाना गांव में एक अलग रिकॉर्ड

 

 

गांव के तालाब में एक साथ इतने सारे पौधो का रोपण करना ग्राम पंचायत में एक अलग ही रिकॉर्ड कायम करता है गांव के बुजुर्ग और युवा साथियों का कहना है कि ग्राम पंचायत के रामसागर तालाब में किए गए फलदार वृक्ष का रोपण आने वाले युवा पीढ़ी को इसका फायदा मिलेगा साथ ही साथ लगाए गए वृक्षारोपण से यह सीख मिल रही है कि पेड़ लगाओ हरियाली लाओ,आज जो फलदार पौधा लगाए है निश्चित ही हमारे आने वाले युवा पीढ़ी को इसका लाभ मिलेगा उनको यह सीख मिलेगी की जो पेड़ हमारे बड़े बुजुर्ग लगाए थे उनका फल और छाया आज हमे मिल रही है,तो हम भी कही न कही पेड़ो को लगाए ताकि जिससे हमारे आने वाले पीढ़ियों को इसका फायदा मिले।

पेड़ लगाकर देखभाल करने का लिया संकल्प

सभी युवाओं ने वृक्षारोपण करने के बाद उसकी देखभाल करने की संकल्प भी लिया है, युवाओं का कहना है की आने वाले समय में पेड़ो की मानव जीवन में कितनी बड़ी आवश्यकता है, जहां आज एक ओर पेड़ों को काट दिया जा रहा है,लेकिन पेड़ो को बचाने के बारे में कोई नही सोच रहे है,लेकिन आज इन पेड़ो को लगाकर मन को एक अलग ही खुशी महसूस हुई है। जिसमें अपना योगदान देने वालों में अमेश जांगड़े,सुभाष काठे,सुरेंद्र ओंकार, सूर्यकांत बंजारे ,संदीप काठे ,योगेश दिनकर,दिनेश जांगड़े, किरण कुर्रे ,विक्रम ओंकार,कमल किशोर,गुलशन,विशाल, प्रशांत काठे,छोटेलाल ओंकार,मनोज ओंकार का योगदान रहा।

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