दूरस्थ वनांचल क्षेत्र सूरबाय में मनाया गया वन महोत्सव, पर्यावरण बचाने की ली गई शपथ

(मानस साहू)

कसडोल। विकासखंड के बल्दाकछार वन परिक्षेत्र के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र ग्राम सूरबाय में बुधवार को वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के तत्वावधान में वन महोत्सव का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस आयोजन में वन विभागीय अमले, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामवासियों, स्कूली बच्चों एवं शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इस अवसर पर इमली, आंवला, आम एवं गंगा इमली जैसे 50 फलदार वृक्षों का रोपण वि‌द्यालय परिसर और गौठान में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे हुई, जिसमें अतिथियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और ग्राम विकास को लेकर प्रेरक उ‌द्बोधन दिए गए। बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।

विशेष रूप से कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत पौधे लगाए और उनके संरक्षण का संकल्प लिया। साथ ही, पर्यावरण सुरक्षा को लेकर शपथ दिलाई गई और हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से जनजागरूकता की एक नई पहल की गई।

विद्यालय के शिक्षक संतराम अजय ने बताया कि उनके 6 वर्षों के सेवा काल में यह पहला अवसर है, जब सूरबाय जैसे दूरस्थ क्षेत्र में इतना बड़ा आयोजन हुआ है।

कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, पंचों और विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। प्रमुख अतिथियों में जनपद सदस्य प्रतिनिधि लक्ष्मीनारायण ठाकुर, सरपंच पाड़ादाह पंचराम बरिहा. पंचगण श्रीमती मालती बरिहा, श्रीमती ज्योति बाई एवं श्री रामेश्वर केवंट, वन प्रबंधन समिति सूरबाय के अध्यक्ष रामगोपाल बरिहा, सैयाभांठा अध्यक्ष अश्वनी कैवर्त, अल्दा अध्यक्ष श्री कन्हैया ठाकुर, एवं विद्यालय परिवार से शिवकुमार पैकरा एवं टीकाराम नायक शामिल रहे। वन विभाग से गितेश बंजारे (वन परिक्षेत्र अधिकारी, बल्दाकछार), अतुल तिवारी (प्रशिक्षु वनक्षेत्रपाल), नटवर वर्मा एवं जयकिशन यादव (परिक्षेत्र सहायक), साथ ही वनरक्षक तिलक पैकरा एवं गिरीश सेन उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन संतराम अजय (शिक्षक, सूरबाय) द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन अतुल तिवारी द्वारा किया गया।

इस महोत्सव ने ग्रामवासियों में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, हरियाली के महत्व और सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना को मजबूत किया।

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