रेलवे सर्वे का ग्रामीणों ने किया विरोध, काम बंद

(बबलू तिवारी)

PATHALGAON । विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत तीरसोठ (TIRSOTH) में प्रस्तावित रेलवे लाइन के सर्वे कार्य का ग्रामीणों ने कड़ा विरोध करते हुए सर्वे कार्य को बंद करवा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि सर्वे जिस जगह किया जा रहा है, वह इलाका पहले ही भारतमाला परियोजना के अंतर्गत सड़क निर्माण में लिया जा चुका है, जिससे उनकी जमीन पहले ही प्रभावित हो चुकी है। अब बची-कुची जमीन भी रेलवे में चली जाएगी, जिससे उनका भविष्य संकट में पड़ जाएगा।

ग्रामीणों ने मांग की है कि पहले सर्वे क्षेत्र का स्पष्ट चिन्हांकन किया जाए और ग्राम सभा की अनुमति ली जाए। विरोध में शामिल रूपनारायण एक्का (बगीचा) और सुनील खलको (बागबहार) (BAGBHARA) ने कहा कि यह आदिवासी पंचायत है, यहां केवल आदिवासियों की बात मानी जाएगी। उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार के कानूनों को न मानने की बात कही और संविधान का हवाला देते हुए मुआवजा दर, सेटलमेंट की स्थिति और प्रभावितों को मिलने वाले लाभ की पूर्व जानकारी देने की मांग की।

प्रशासन की ओर से तहसीलदार प्रांजल मिश्रा,(Tehsildar Pranjal Mishra) उमा मिश्रा, नायब तहसीलदार नीलम पिस्दा एवं थाना प्रभारी विनीत पांडे मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, परंतु ग्रामीणों ने विरोध जारी रखा। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि “यहां पाकिस्तान बना देंगे” जैसी बातें भी सुनने को मिलीं। ग्रामीणों का आरोप है कि भारतमाला परियोजना में भी ड्रोन से सर्वे के बाद जमीन ले ली गई थी, इसलिए वे अब किसी भी तरह के ड्रोन सर्वे का विरोध कर रहे हैं।

रेलवे अधिकारी ने बताया कि अभी केवल सर्वे किया जा रहा है, उसके बाद ही जमीन चिन्हांकित कर रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी जाएगी। मुआवजा तीन से चार गुना मिलने के साथ-साथ अन्य योजनाओं का लाभ भी प्रभावितों को मिलेगा। जानकारों के अनुसार, ग्रामीणों का विरोध फिलहाल जल्दबाजी है क्योंकि अधिग्रहण की गई जमीन की जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है।

मंगलवार सुबह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी  (Superintendent of Police Anil Soni) और एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम मौके पर तैनात रही, लेकिन विरोध बरकरार है। खबर लिखे जाने तक सर्वे कार्य में अवरोध बना हुआ है।

उल्लेखनीय है कि यह सर्वे तीरसोठ, चंदरपुर, सूरजगढ़, बेलडेगी, लोकेर, बनगांव और डूमरबहार पंचायतों में किया जाना है।

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