शासकीय महाविद्यालय बिजुरी मे व्यास पूजा कार्यक्रम संपन्न

विद्यार्थियों मे शिक्षको के प्रति श्रद्धा आवश्यक – डा. विवेक तिवारी
(राकेश चंद्रा)
बिजुरी। भारतीय शिक्षण मण्डल, महाकौशल प्रान्त कि अनूपपुर इकाई द्वारा दिनांक 03 अगस्त 2024 को सायं 12.30 बजे शासकीय महाविद्यालय बिजुरी, मे व्यास पूजा( गुरू पूर्णिमा )का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया, तत्पश्चात कार्यक्रम मे पधारे हुए अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया | कार्यक्रम कि अगली कड़ी मे भारतीय शिक्षण मण्डल के ध्येय वाक्य एवं ध्येय मंत्र के वाचन से हुआ, जिसका वाचन डॉ. नितिन सहारिया, प्राध्यापक इतिहास द्वारा किया गया इसके पश्चात भारतीय शिक्षण मण्डल, महाकौशल प्रान्त के सह संपर्क प्रमुख एवं कार्यक्रम के संयोजक डॉ. विवेक तिवारी ने भारतीय शिक्षण मण्डल के उद्देश्य एवं गुरु पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारतीय शिक्षण मण्डल पांच सोपानों जिनमे अनुसंधान, प्रबोधन, प्रशिक्षण, प्रकाशन, संगठन मे कार्य करते हुए शिक्षा मे भारतीयता लाने के शुभ संकल्प को फलीभूत करने के लिए कृत संकल्पित है| श्री तिवारी ने “श्रद्धावान लभते ज्ञानम” के महत्व को बताते हुए कहाँ कि छात्रों मे गुरु के प्रति सदैव ही सच्ची श्रद्धा रखनी चाहिए |कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप मे सरस्वती विद्यालय, बिजुरी के प्राचार्य श्री शिव प्रसाद तिवारी जी ने अपने वक्तव्य मे भगवान व्यासजी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शिक्षा ऐसी हो जो देश को गौरवान्वित एवं स्वाभिमान को जागृत करे |आपने बताया कि गुरुओं के प्रति सच्ची भावांजलि तभी होगी जब शिष्य मे सम्यक अर्पण कि भावना होगी | कार्यक्रम कि अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मातेश्वरी प्रजापति ने बताया कि गुरु शिष्य परंपरा हमारे भारतीय संस्कृति कि प्राचीनतम संस्कृति मे एक है, साथ ही आपने आज के विद्यार्थियों को भी गुरु के प्रति सम्पूर्ण निष्ठा का भाव रh भोसले ने गुरुकुल परंपरा के बारे मे छात्रों को अवगत कराया | इसके पश्चात डॉ. विवेक तिवारी द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिव प्रसाद तिवारी जी को अंग वस्त्र एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. नितिन सहारिया प्राध्यापक इतिहास एवं आभार प्रदर्शन डॉ. साजेन्द्र वर्मा, प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र, द्वारा किया गया | इस अवसर पर डॉ रंजीता पटेल, डॉ. पल्लवी मिश्रा, डॉ. रामधारी जायसवाल, डॉ. कुशलेन्द्र कुशवाहा, श्री मन्नू लाल सिंह परसते, श्री गौतम सिंह, श्रीमती सत्यवती सोनी एवं महाविद्यालय के छात्र – छात्राओं का सहयोग एवं उपस्तिथि सराहनीय रही | कार्यक्रम का समापन भारतीय शिक्षण मण्डल के कल्याण मंत्र द्वारा किया गया जिसका वाचन डॉ. साजेन्द्र वर्मा ने किया |