वार्ड आया बनी फार्मासिस्ट, डाक्टर की पर्ची पर दवा वितरण करते का वीडियो, मरीजों की जान से खिलवाड़
(बब्लू तिवारी)
जशपुर। कई ऐसी खबरें सामने आती हैं कि जहां डॉक्टर की जगह वार्ड ब्वाय मरीजों का इलाज करये है, परंतु जशपुर जिले का एक अस्पताल ऐसा है जहां वार्ड आया जिसका काम झाड़ू पोछा लगाना है उसे जिम्मेदार चिकित्सा अधिकारी ने फार्मासिस्ट के जगह पर बैठाकर मरीजों को दवा वितरण का काम करवाना शुरू कर दिया है। यह मामला जिले के बागबहार स्वास्थ्य केंद्र में सामने आया है जहां पदस्थ वार्ड आया अंजना चौहान फार्मासिस्ट बनकर मरीजों को डाक्टर के लिखे पर्ची से दवा दे रही है। इस पूरे मामले के वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ दिख रहा रहै कि वार्ड आया ओपीडी दवा वितरण स्थल में बैठकर मरीजों को दवा वितरण कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रही है। इस अस्पताल के लिए यह कोई नई बात नहीं है जानकार बताते है कि वार्ड आया द्वारा चिकित्सा अधिकारी की शह पर निरंतर फार्मासिस्ट की जगह दवा बांटने का काम कई दिनों से इसी तरह जारी है।यहां के चिकित्सा अधिकारी शशिकांत स्नेही से जब इस संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि वह अपने चैंबर में बैठे रहते है वार्ड आया दवा कैसे बांट रही है उसका उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
“फार्मासिस्ट का पद खाली”
बता दे की बागबाहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पूर्व में दीपक अग्रवाल नाम का एक फार्मासिस्ट पदस्थ था जिसे निलंबित हुए लगभग 5 महीना से ज्यादा का समय व्यतीत हो गया है उसके बाद से ही उक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अब तक किसी फार्मासिस्ट की नियुक्ति नहीं की गई है ऐसे में फार्मासिस्ट नहीं होने की वजह से दवा वितरण का कार्य ऐसे लोगों के जिम्मे सौंप दिया गया है जिन्हें दवा से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी ही नहीं है। वही लगातार कई दिनों से वार्ड आया द्वारा डॉक्टरों की पर्ची को देखकर दवा वितरण कक्ष में बैठकर मरीजों को दवा वितरण का कार्य किया जा रहा है और चिकित्सा अधिकारी का यह कहना कि उन्हें इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं कई सवालों को जन्म दे रहा है यदि अस्पताल की जिम्मेदार अधिकारी ही इस तरह का बयान देंगे तो फिर आप अस्पताल में वास्तविक स्थिति का सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं। आरोप यह भी है जिम्मेदार चिकित्सा अधिकारी को जैसे ही वार्ड आया का वीडियो वायरल होने की सूचना मिली वे वार्ड आया अंजना को बुलाकर किसी को भी यह नहीं बताना कि मैने तुम्हे दवा वितरण करने की अनुमति दी है कि हिदायत दी गई है जिसके बाद से ही वार्ड आया डरी सहमी नजर आ रही है जानकारों का कहना है कि इतने बड़े लापरवाही में जो जिम्मेदार लोग हैं वे तो बच जाएंगे और अपने अधिकारी के मौखिक आदेशों का पालन कर रही बेबस महिला जो वार्ड आया कि नौकरी कर अपने परिवार का भरन पोषण कर रही है उस पर कही गाज न गिर जाए बहरहाल इस मामले में प्रशासन क्या रुख अपनाता है यह देखना होगा।