संत शिरोमणि गुरुघासीदास महाविद्यालय पामगढ़ के छात्रों ने किया शैक्षणिक भ्रमण , छात्रों द्वारा कानन पेंडारी जू पहुंचकर वहां वन्य प्राणियों से जुड़ी संपूर्ण जानकारी के अलावा कानन के इतिहास के बारे भी जानकारी प्राप्त किया गया

पंकज कुर्रे

पामगढ़। संत शिरोमणि गुरुघासीदास महाविद्यालय पामगढ़ के रसायन विभाग एवं जंतु विज्ञान विभाग द्वारा शैक्षणिक भ्रमण के लिए सेंट्रल इंस्टीटूट ऑफ फ्यूल माइनिंग एंड फ्यूल रिसर्च बिलासपुर और कानन पेंडारी बिलासपुर ले जाया गया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य सुरेन्द्र भार्गव ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा बच्चों को इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण में ले जाने का मुख्य उद्देश्य रासायनिक संगठनों एवं वन्य प्राणियों को नजदीक से जानने के लिए है। छात्रों द्वारा सिंफर में उपस्थित मशीनों, संसाधनों का बारीकी से अध्ययन किया गया।

तकनीकी डायरेक्टर अमरीश सिंह के द्वारा सीएसआई आर सिंफर में आयरन, निकल और लोहा की जियोलॉजी विधि द्वारा कैसे जमीन के नीचे से खोज और उनकी गुणवत्ता के बारे में पता लगाया जाता है तथा डॉ. स्वाति सिंह के द्वारा कोयले के प्रकार को बताते हुए उसको मशीन के माध्यम से कैसे निकाला जाता है, उसकी जानकारी दी गई। सिंफर के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों का सहयोग सराहनीय रहा। तत्पश्चात छात्रों द्वारा कानन पेंडारी जू पहुंचकर वहां वन्य प्राणियों से जुड़ी संपूर्ण जानकारी के अलावा कानन के इतिहास के बारे भी जानकारी प्राप्त किया गया। छात्र/छात्राओं को जू की व्यवस्था और मनोरम दृश्य बहुत पसंद आई।


इस अवसर पर रसायन विभागाध्यक्ष सुश्री सुमन भार्गव, जंतुविज्ञान विभागाध्यक्ष श्री सुनील कौशिक, सुश्री प्रिया खरे, श्री विक्रांत टंडन और विज्ञान संकाय के समस्त छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे। शैक्षणिक भ्रमण के सफल कार्यन्वयन के लिए संस्था के संचालक श्रीमती शकुंतला डॉ. राजाराम बनर्जी ने बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित किये।

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