धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में सतयुग से विराजित सिद्ध शक्तिपीठ मां अन्नपूर्णा देवी की दर्शन कर सभी श्रद्धालु अपनी मन्नत कर रहे है पूर्ण

(मदन खाण्डेकर)
माता अन्नपूर्णा देवी की महिमा है अनंत है मां सबको सुख शांति समृद्धि प्रदान करती है
GIDHAURI । आस्था भक्ति और विश्वाश की पुण्य धरा,धार्मिक एवं आध्यात्मिक नगरी शबरीनारायण धाम में त्रिवेणी संगम तट पर रामघाट स्थित मां अन्नपूर्णा देवी,लक्ष्मी नारायण मंदिर है जहां मां अन्नपूर्णा देवी मान्यता अनुसार सतयुग से विराजित हैं चैत्र नवरात्र के पावन अवसर पर मंदिर को आकर्षक रंग बिरंगी झालर लाइट से सजाया गया है मंदिर में सुबह से ही दर्शन हेतु श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर अपनी दर्शन पाते है
चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर मंदिर में एक हजार से भी अधिक मनोकामना ज्योत कलश प्रज्ज्वलित किया गया है मंदिर के मुख्य पुजारी रविनारायण शर्मा सिद्धू महराज ने बताया कि मां अन्नपूर्णा देवी की कृपा से संपूर्ण छत्तीसगढ़ क्षेत्र धन-धान्य से परी पूर्ण है वन वास काल के दौरान जब रामचन्द्र जी आए थे तब माता अन्नपूर्णा देवी ने राम चन्द्र जी को अक्षय पात्र दिए था जिससे संपूर्ण वानर सेना की झुधा तृप्त हुई थी।रामघाट के आगे महानदी पार गिधौरी में विश्राम वट है जहां भगवान श्री राम चन्द्र जी विश्राम किया था दोनो ही नवरात्रि में श्रद्धालु भक्त मनोकामना ज्योत प्रज्ज्वलित करवाते है मां अन्नपूर्णा देवी के दर्शन लाभ अर्जित कर सभी श्रद्धालु अपनी मन्नत पूर्ण करते है ।
खरौद नगर के पंडित सुधीर मिश्रा (Pandit Sudhir Mishra) जी ने बताया कि मां अन्नपूर्णा की महिमा अपार है मातारानी सभी भक्तों की मन्नत पूर्ण करती है आशीर्वाद प्रदान करती है ,मंदिर में सभी श्रद्धालु भक्त ने ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए है सब दर्शन करने आते है
शिवरीनारायण नगर के ही शरद पांडे ने कहा कि माता के दरबार में जो भी श्रद्धालु अपनी मन्नत लेकर आते है धन्य धान्य पुत्र पुत्री या अनेक प्रकार के मन्नत सबको पूर्ण करने वाली देवी हैं।
अन्नपूर्णा माता के दरबार में सच्चे मन से की गई मन्नत निश्चित ही पूर्ण होती है…नवरात्र के सातवें दिन सभी श्रद्धालु ने कतार में लगकर दर्शन लाभ अर्जित की