समाज सेवी श्रीपति अजगर ने ,मिनि माता भवन के लिए जिवन पर्यन्त 1000 रूपये की घोषणा 

(नीलकमल आजाद)

PALARI । छत्तीसगढ रायपुर लभांडी के लोकप्रिय समाज सेवी श्रीपति अजगर असम के नगाव  (Shripati Ajgar Nagaon Assam) जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत चिकनी पथार जखलाबंधा कलीयाबार नगांव पहुंचे!जहां उन्होंने असम सतनामी के तत्वावधान में आयोजित 03 दिवसीय असम सतनामी समाज का अधिवेशन व माँ मिनि माता प्रथम महिला सांसद मिनि माता भवन का उद्घाटन प्रथम दिवस दीप प्रज्जवलित में शामिल होकर मां मिनि माता के तैल चैत्र में पूजा अर्चना कर क्षेत्र की सुख समृद्धि की कामना किए।

इस दौरान दंगशी सोनपुर बिहार से सतनाम प्रचारक गुरु बाबा श्याम दास जी साहेब नारनौल से डाक्टर जगजीवन खरे जी कोटवा धाम उत्तर प्रदेश से बाबा कमलेश दास जी साहेब उडीसा से ज्योति बंजारे जीअमृत दास जी गुरूद्वारा महंत बाडा बिलासपुर छतीसगढ से पंडित राम जोशी सतनामी पंडित विष्णु दास बांधी जी गुरु प्रवचन के लिए पहुंचे गुरुओ के श्रीमुख से माता मिनि माता व गुरू घासीदास बाबा (From Shrimukh, Mother Mini Mata and Guru Ghasidas Baba) जी का सतनाम सत ज्ञान रसपान किया। और अपने संबोधन में कहा माता मिनि माता गुरु घासीदास बाबा का आशीर्वाद पूरे विश्व में फैला है। विश्व के कोने कोने में अनेक ऐसे अनुयायी है जो समय समय पर समाज में सतनाम मानव मानव एक समान जनचेतना का प्रसार करते हुए,समाज कल्याण में अपनी सेवा दे रहे है। उन्होंने गुरू घासीदास बाबा जी की विचारों पर चलने के लिए कहा। मिनि माता सामुदायिक भवन के देख रेख करने वाले के लिए श्रीपति अजगर ने अपने जिवनंप्ंत प्रत्येक माह 1000एक हजार रुपए राशि की देने घोषणा की । मुख्य रुप से मानदास सतनामी असम प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जांगड़े (Assam State President Pradeep Jangde) उपाध्यक्ष असम प्रदेश राजकुमार सतनामी दिपक सतनामी राजेश सतनामी दिपचंद सतनामी हेमंता सतनामी केसब सतनामी विमल सतनामी लाल सतनामी नागेश्वर सतनामी विनय सतनामी बकुल सतनामी छत्तीसगढ़ से नीलकमल आजाद श्रीपती अजगर संतोष कुर्रे सुन्दर लहरे केपी खांडे चेतन चंदेल खेदू बंजारे जगदीश प्रसाद कुर्रे

सिएल रात्रे बि आर खरपंदे जे आर सोनी सरजू घृतलहरे चम्पा गेंदले जितेंद्र जागडे डाक्टर सोनवानी बिहार से गुरु श्याम दास सतनामी माधव दास व भारी संख्या मे छत्तीसगढ़ बिहार से संत श्याम दास जी कोटवा धाम से कमलेश दास ओडीशा झारखण्ड से अधिवेशन में बड़ी संख्या में सतनामी समाज के लोग उपस्थित रहे.